झारखंड रोपवे हादसा: रेस्क्यू के दौरान शख्स का हेलिकॉप्टर से छूटा हाथ...दिल दहला देने वाला वीडियो

Tuesday, Apr 12, 2022 - 09:10 AM (IST)

नेशनल डेस्क: झारखंड के देवघर जिले में रोपवे केबल कार हादसे के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। लगभग 40 घंटे बीत जाने के बाद अभी भी 15 लोग रोपवे की ट्रॉलियों में हैं जिनको सुरक्षित नीचे उतारने का काम जारी है। बचाव अभियान के दौरान हेलीकॉप्टर से गिर जाने से सोमवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई जिससे हादसे में मृतक संख्या दो हो गई है। देवघर में प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर से करीब 20 किलोमीटर दूर हुए हादसे में अब तक करीब 32 लोगों को अब तक बचा लिया गया है, जबकि 15 लोग अब भी फंसे हुए हैं।

 

हादसे में रविवार को एक शख्स की मौत हो गई थी और 12 अन्य जख्मी हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वायुसेना के हेलीकॉप्टर को पकड़ने की कोशिश के दौरान गिरने से एक युवक की मौत हो गई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। रोपवे चलाने वाली दामोदर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जनरल मैनेजर महेश महतो के मुताबिक रात हो जाने की वजह से रेस्क्यू को रोक दिया गया था और वहां फंसे लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना-पानी पहुंचाया गया।

 

ड्रोन के जरिए पहुंचाया जा रहा खाना-पानी
केबल कार अलग-अलग ऊंचाइयों पर फंसी हुई हैं और अधिकतम ऊंचाई करीब 1,500 फुट है। वायु सेना, सेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के संयुक्त दलों के बचाव के प्रयास मंगलवार सुबह फिर से रेस्क्यू शुरू किया गया। केबल-कारों में फंसे लोगों को भोजन और पानी पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है।

 

पूरा घटनाक्रम
रविवार को रामनवमी पर देवघर के त्रिकूट पहाड़ियों पर पूजा करने और घूमने के लिए सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। रोपवे की एक ट्रॉली नीचे आ रही थी, जो ऊपर जा रही ट्रॉली से टकरा गई। इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए। जब यह हादसा हुआ, उस वक्त करीब दो दर्जन ट्रॉली हवा में थी। आनन-फानन में कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। हालांकि, हादसे में पहले 48 लोग हवा में लटके हुए थे। वायु सेना के हेलिकॉप्टर इन लोगों को रेस्क्यू कर नीचे उतारा जा रहा है। हालांकि रेस्क्यू इतना आसान नहीं है क्योंकि करीब 1,500 फुट ऊंचाई पर लोग फंसे हुए हैं। झारखंड पर्यटन विभाग के अनुसार 766 मीटर लंबा त्रिकूट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा लंबवत रोपवे है।

 

इस बीच, भाजपा उपाध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार पर इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले राज्य के मंत्री घटनास्थल पर नहीं गए। दास ने कहा, “सरकार को लोगों की जान की कोई परवाह नहीं है। फौरन निर्णय लेने में असमर्थता के कारण यात्री रातभर फंसे रहे।” उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नजर है। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार मृतक के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा दे।
 

Seema Sharma

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