फोटो विवाद पर बोले तेजस्वी, नीतीश ने तस्वीर दिखाने से पहले क्या ली थी महिला की इजाजत

Saturday, Nov 04, 2017 - 11:52 AM (IST)

पटना: बिहार में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। जदयू-राजद मेेें ‘फोटो वॉर’ चल रहा है। कुछ दिनों पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शराब कांड के आरोपी के साथ नीतीश की फोटो वायरल होने पर बवाल खड़ा किया था। इस वार पर पलटवार करते हुए जदयू के प्रवक्ताओं के प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक लड़की के साथ तेजस्वी की फोटो दिखाई।

इस पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर तीखे सवालों पूछते हुए कहा कि तस्वीर खिंचवाती युवती किसी की बहन-बेटी-बहू और घर की इज्जत होगी? क्या नीतीश जी ने यह तस्वीर जारी करवाने से पहले इस महिला की इजाजत ली थी? क्या ये निजता का उल्लंघन नहीं है? क्या महिला आयोग को इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए इन लोगों पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए?

जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेन्स के बाद एक बार फिर पलटवार करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला। यादव ने कहा कि यह प्रेस कांफ्रेंस नीतीश कुमार के कहने पर की गई है। उन्होंने कहा कि जदयू प्रवक्ताओं ने अपने ऊपर उठाए गए सवालों का जवाब देने की बजाय मेरी तस्वीर दिखाकर गलत राजनीति का खेल खेलना शुरु कर दिया है।

राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह तस्वीर वर्ष 2012 की है, जब मैं क्रिकेट खेला करता था। मैं भारत के कप्तान विराट कोहली समेत कई खिलाड़ियों के साथ खेला हूं। उस समय क्रिकेटरों की पार्टियां भी होती थीं, तो कई लोग सेल्फी लेने आते थे। एक महिला के साथ तस्वीर खींचवाने से क्या चरित्र खराब हो जाता है? गांधीजी-नेहरूजी के साथ भी महिलाओं की तस्वीर है, तो क्या उन सभी का चरित्र खराब था? तेजस्वी ने कहा कि हम जदयू के नेताओं की तरह निम्न स्तर की राजनीति नहीं खेल सकते और ना ही हम खेलेंगे। 

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने रेल मंत्री रहते हुए दो ट्रेनों के नाम अर्चना एक्सप्रेस और उपासना एक्सप्रेस क्यों रखे? इस पर पलटवार करते हुए जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि क्या तेजस्वी चाहते हैं कि ट्रेनों के नाम भ्रष्टाचारी एक्सप्रेस, नरसंहार एक्सप्रेस या सजायफ्ता एक्सप्रेस रखे जाएं?

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