दिल्ली कूच को तैयार किसान, शंभू बॉर्डर पर सीमेंट की दीवार तोड़ने के लिए मंगाई JCB, देखें Video

Tuesday, Feb 20, 2024 - 07:56 PM (IST)

नेशनल डेस्कः किसान जत्थेबंदियों व केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के बीच चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद हरियाणा व पंजाब में बॉडर्र व नाकों पर शांत बैठे किसानों ने फिर से दिल्ली कूच करने की तैयारी कर ली है। सोमवार को किसानों ने दिल्ली कूच करना का फैसला किया। पंजाब से किसान चलकर मंगलवार को डबवाली के पास लगे नाकों पर पहुंच गए। किसानों ने बताया कि वे कल दिल्ली कूच करेंगे। किसानों के फैसले के चलते सिरसा जिला में पुलिस ने नाकों व पंजाब सीमा पर सुरक्षा प्रबंध और कड़े कर दिए है। यहां पर प्रशासन ने बेरिकेड की संख्या में पहले से ज्यादा इजाफा कर दिया है ताकि किसान इसको पार करके दिल्ली न जा सकें।

JCB को बनया फुलप्रूफ
शंभू बॉर्डर पर पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए जेसीबी मशीनों के साथ-साथ बड़ी पोकलेन मशीनें भी पहुंच गई हैं। इन मशीनों को चलाने वाले ऑपरेटरों को पुलिस के आंसू गैस के गोलों और रबर बुलेट से बचाने के लिए मॉडिफाई भी किया गया है। पूरे केबिन को लोहे की मोटी-मोटी शीट्स से फुलप्रूफ कर दिया है।


अगर हरियाणा पुलिस किसानों को रोकने की कोशिश करती है, आंसू गैस के गोले या बल प्रयोग करती है तो किसानों ने मशीन के ड्राइवर को उससे बचने के लिए ड्राइवर के कैबिनेट को लोहे की मोटी चादर से ढक कर बख्तरबंद बनाया है। किसानों का दावा है कि ये केबिन बुलेट प्रूफ है। वो अब करो या मरो की सोच के साथ आए हैं।

जानकारी के मुताबिक, किसानों ने ऐसी तकरीबन 7 से 8 मशीनें तैयार की हैं, जिन्हें पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग बॉर्डर शंभू, खन्नौरी और डबवाली बॉर्डर पर तैनात किया जा रहा है। किसान कल सुबह 11 बजे इन मशीनों की मदद से हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़कर ट्रालियों के लिए रास्ता बनाने की कोशिश करेंगे।

गौरतलब है कि रविवार को पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने हरियाणा-पंजाब के सीमावर्ती नाकों पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद सिरसा,डबवाली व फतेहाबादद के पुलिस अधीक्षकों को सुरक्षा प्रबंध और कड़े करने के निर्देश दिए थे। सिरसा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण मंगलवार को दिनभर हरियाणा पंजाब सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। उन्होंने इससे पहले स्थानीय पुलिस लाइन में रिर्जव फोर्स के जवानों से मिलकर दिशा निर्देश दिए।

किसानों के समर्थन में उतरा SKM
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा किसानों के समर्थन में उतर आया है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सोमवार को जींद में हुई बैठक में निर्णय लिया गया था कि 21 फ रवरी को जिला स्तर पर सभी भारतीय जनता पाटर्ी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के साथ सरकार के पुतले दहन किए जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश सरकार की दमनकारी नीतियों, रास्ता खलुवाने तथा किसानों के लंबित मुद्दों की मांग का ज्ञापन सौंपा जाएगा। गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भविष्य के आंदोलन को लेकर फै सला लिया जाएगा। आयोजित बैठक की अध्यक्षता किसान नेता प्रहलाद भारू खेड़ा ने की। बैठक में गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई की मांग की गई।

प्रहलाद भारू खेड़ा का कहना है कि किसान आंदोलन-एक के लंबित मुद्दों को लेकर संयुक्त कि सान मोर्चा का आंदोलन जारी है। केंद्र सरकार ने देश के किसानों की मांग को पूरा करने का आश्वासन देकर विश्वासघात किया है, इसलिए मोर्चा राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अपने आंदोलन को जारी रखे हुए है। मोर्चा ने प्रदेश सरकार से रास्ता रोके जाने, किसानों पर मकु दमें दर्ज करने, आंसू गैस के गोले छोडऩे, इंटरनेट पाबंदी और हर प्रकार की दमनात्मक कारर्वाई की निंदा की। किसान मोर्चा सभी किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों, सामाजिक संगठनों को एकजुट करने का प्रयास करेगा। 

 

Yaspal

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