जया बच्चन ने राज्य सभा में सरकार पर दागे थे 810 सवाल

Saturday, Feb 24, 2018 - 08:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अप्रैल में राज्यसभा की तस्वीर बदलने वाली है। 2 से 26 अप्रैल के बीच 52 सदस्य राज्यसभा से रिटायर होने वाले हैं। जिसके कारण राज्यसभा में केवल 23 महिला सदस्य रह जाएंगी। सबसे ज्यादा भाजपा से 17 सांसद इस बार रिटायर होंगे और कांग्रेस से 11 और सपा से 6 सदस्य रिटायर होने वाले हैं। पांच दर्जन सांसदों के रिटायर होने के कारण राज्यसभा में बड़ा बदलाव होना लाजिमी है। इतना ही नहीं कई ग्लैमरस और राजनीति से जुड़े बड़े चेहरे भी राज्यसभा को अलविदा कहने वाले हैं। रिटायर होने वालों में बॉलीवुड एक्ट्रेस जया बच्चन और रेखा का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। उसके बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी इस बार राज्यसभा से रिटायर होने वाले हैं। उनके अलावा तेलुगू फिल्मों के सितारे चिरंजीवी,भाजपा के भूपेंद्र यादव, कांग्रेस की रेणुका चौधरी, अभिषेक मनु सिंघवी और प्रमोद तिवारी, बीजू जनता दल के सांसद बने पूर्व हॉकी खिलाड़ी दिलीप टिर्की, भाजपा के पुरुषोत्तम रुपाला और विनय कटियार का कार्यकाल भी अप्रैल में ही समाप्त हो रहा है। सपा के नरेश अग्रवाल और कांग्रेस के राजीव शुक्ला का भी कार्यकाल भी खत्म हो रहा है। अरुण जेटली, जेपी नड्‌डा और रविशंकर प्रसाद जैसे केंद्रीय मंत्रियों को दोबारा चुनकर राज्यसभा में आना होगा।

जया बच्चन की दमदार उपस्थिति
उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी की टिकट पर जया बच्चन का कार्यकाल भी खत्म होने वाला है। जया बच्चन समाजवादी पार्टी के टिकट पर अप्रैल 2012 में राज्यसभा सांसद बनी। इसी साल अप्रैल में वे भीं रिटायर हो रही हैं। जया बच्चन ने संसद में तमाम बहसों के दौरान अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई। खासकर महिलाओं से जुडे़ मुद्दे पर। जया बच्चन की उपस्थिति भी संसद में 77 प्रतिशत रही।
जया बच्चन राज्यसभा में 3 अप्रैल 2012 को आई थी। बहस में हिस्सेदारी और सवाल पूछने में उनका काफी अच्छा रिकॉर्ड है।

800 से अधिक सवाल
जया बच्चन की राज्यसभा में कितनी दमदार उपस्थिति रही है जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इस कार्यकाल के दौरान 810 सवाल उठाए। 9 अप्रैल 1948 को जन्मी जया बच्चन अप्रैल में 70 वर्ष पूरे करेंगी। राज्य सभा में जया बच्चन महिलाओं से जुड़े सवालों को माध्यम बना कर सरकार पर हमेशा निशाना साधा। अपने कार्यकाल में वो दो बिल भी पेश कर चुकी हैं, इतना ही नहीं वो दो संसदीय समितियों की सदस्य भी रही हैं।

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