जब रातों-रात कृष्ण की ''राधा'' बन गए IG डीके पांडा

Thursday, Aug 25, 2016 - 11:38 AM (IST)

नई दिल्ली: आज पूरे देशभर में जन्‍माष्‍टमी मनाई जा रही है। देश के साथ साथ विदेशों में भी बड़ी संख्‍या में श्रीकृष्‍ण के भक्‍त हैं जो अपनी अपनी तरह से जन्‍माष्‍टमी मनाएंगे। बात कृष्णाष्टमी की हो तो भगवान कृष्ण के भक्तों को कैसे भूला जा सकता है। आज हम आपको एक ऐसे भक्त की याद दिलाते हैं जो अक्सर सुर्खियों में रहा करता था। एक ऐसा भक्त जो आईपीएस होते हुए रातों-रात राधा बन गया था। 
 
पांडा के सपने में आए भगवान कृष्‍ण 
हम आपको बता रहे हैं पूर्व आईपीएस डी के पांडा के बारे में। पांडा के साथ रहने वाले बताते हैं कि पांडा 1991 में जन्माष्टमी के दौरान कृष्ण को अपने सपने में देखा। इसके बाद से हीं वो बदल गए। पांडा के साथ काम करने वाले एक शख्स ने बताया हैं, बात 1991 की है, जन्‍माष्‍टमी करीब थी। एक रात भगवान कृष्‍ण पांडा के सपने में आए। तभी से वह घर पर कभी-कभी राधा का रूप धारण करने लगे थे। वह शरीर पर साड़ी, मांग में सिंदूर और चूडि़‍यां पहन लेते थे। इसके अलावा कान में बाली और नाक में नथुनी भी पहनते थे। उनके इस रूप को देखकर सभी डर जाते थे। पहले ऐसा महीने में 1-2 बार ही होता था। लेकिन समय के साथ यह अक्‍सर होने लगा। 2005 में ये सार्वजनिक रूप से राधा रूप में सबके सामने आए।

परिवार ने भी तोड़ा नाता, पत्‍नी ने किया था केस
 पांडा की पत्‍नी वीणा पांडा ने साल 2009 में गुजारा भत्‍ता के लिए उनपर केस भी किया था।  इसके बाद कोर्ट ने पांडा को अपनी पत्‍नी को संपत्ति का हिस्‍सा और गुजारा भत्‍ता देने का आदेश दिया। पांडा पत्नी को दस हजार रूपए गुजारा भत्ता दे रहे थे  पर उस की पत्‍नी वीणा  ने बारह हजार मांगे थे। डीके पांडा  के दो बेटे भी हैं। पांडा की मानें तो, दोनों बेटे उनकी कृष्‍ण भक्ति को समझते हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से परिवार ने इनसे दूरियां बना लीं। बाद में आईजी ने खुद को राधा के बजाय मोहन का अवतार भी बताया था। बता दें, डीके पांडा 1971 बैच के आईपीएस अफसर हैं वे यूपी पुलिस में आई जी थे तब उन्होंने पद से इस्तीफा दिया था।
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