जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर के हजरतबल दरगाह में हुआ बवाल, पत्थर से तोड़ा गया अशोक चिन्ह, Video वायरल
punjabkesari.in Friday, Sep 05, 2025 - 07:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित हजरतबल दरगाह में शुक्रवार शाम बड़ा विवाद सामने आया। दरगाह में हाल ही में जीर्णोद्धार के दौरान लगाए गए संगमरमर के पत्थर पर उकेरे गए अशोक चिन्ह को गुस्साई भीड़ ने तोड़ दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ को अशोक चिन्ह को ईंटों से तोड़ते देखा जा सकता है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस्लामी रिवाजों के अनुसार आकृतियां गढ़ना मना है।
ईद-ए-मिलाद के अवसर पर भड़की नाराजगी
जानकारी के अनुसार, ईद-ए-मिलाद के अवसर पर हजरतबल दरगाह में नमाज अदा करने आए लोगों ने संगमरमर की पट्टिका पर अशोक चिन्ह देखकर आपत्ति जताई। इससे पहले भी इस चिन्ह को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध दर्ज किया था। नाराज भीड़ ने चिन्ह को ईंटों से तोड़ दिया, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया।
जम्मू कश्मीर- हज़रतबल दरगाह पर भीड़ ने दरगाह में संगमरमर पर उकेरे गए अशोक चिह्न को तोड़ दिया।
— Pankaj Kumar Jasrotia (@iam_jasrotia) September 5, 2025
भीड़ के अनुसार आकृतियाँ गढ़ना इस्लामी रिवाजों के विरुद्ध है।
संगमरमर का पत्थर हाल ही में दरगाह के नवीनीकरण के लिए लगाया गया था।#JammuAndKashmir #hazratbalshrine @OfficeOfLGJandK pic.twitter.com/3dMTcCxJb7
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने की घटना की निंदा
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष और बीजेपी नेता डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय प्रतीक को क्षतिग्रस्त करना एक आतंकवादी कृत्य है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग, जो एक राजनीतिक दल के गुंडे हैं, दरगाह की पवित्रता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमले के दौरान हमारे प्रशासक बाल-बाल बचे।”
डॉ. अंद्राबी ने आगे कहा, “इस भीड़ ने राष्ट्रीय प्रतीक को अपमानित कर बड़ा अपराध किया है। दोषियों की पहचान होने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उन्हें आजीवन दरगाह में प्रवेश से प्रतिबंधित किया जाएगा।”
नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक का बयान
नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता और विधायक तनवीर सादिक ने इस घटना पर प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “मैं कोई धार्मिक विद्वान नहीं हूं, लेकिन इस्लाम में मूर्ति पूजा सख्त मना है। यह सबसे बड़ा पाप है। हमारा ईमान तौहीद पर आधारित है। हजरतबल दरगाह में एक मूर्ति स्थापित करना इस मान्यता के विरुद्ध है। पवित्र स्थलों में केवल तौहीद की पवित्रता झलकनी चाहिए।”
हजरतबल दरगाह का हालिया जीर्णोद्धार
बता दें कि हजरतबल दरगाह का हाल ही में जीर्णोद्धार किया गया था। तीन दिन पहले वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने पुनर्निर्मित दरगाह का उद्घाटन किया था। इस दौरान संगमरमर की पट्टिका पर अशोक चिन्ह उकेरा गया था, जिसे लेकर विवाद शुरू हुआ। ईद-ए-मिलाद के मौके पर नमाज अदा करने आए लोगों ने इस चिन्ह को देखकर विरोध जताया और उसे तोड़ दिया।
वक्फ बोर्ड ने की कार्रवाई की मांग
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बोर्ड ने इस मामले में जांच शुरू करने और जिम्मेदार लोगों को सजा देने की बात कही है। इस घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है।