मिशन जम्मू-कश्मीर शुरू: कई इलाकों धारा 144 लागू, महबूबा-अब्दुल्ला नजरबंद

Monday, Aug 05, 2019 - 05:42 AM (IST)

नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर में रविवार आधी रात को 9 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 भी लगा दी गई है। जम्मू कश्मीर में जारी असमंजस की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला नजरबंद कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के अलावा सज्जाद लोन को भी नजरबंद किया गया है। वहीं, कांग्रेस नेता उस्मान माजिद और माकपा विधायक एम वाई तारिगामी ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

महबूबा मुफ्ती और उमर अबुदल्ला के नजरबंद की खबरें सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी किया है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि दोनों नेताओं को नजरबंद नहीं किया गया। लेकिन उनके घर से निकलने की सलाह दी गई है। 

इंटरनेट सेवा बंद होने के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “घाटी में मोबाइल सेवा समेत इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं। इलाकों में कर्फ्यू जैसा माहौल है। अल्लाह जानता है कि कल क्या होने वाला है, किसी को नहीं पता? यह रात बहुत लंबी होने वाली है।  

मुफ्ती ने कहा कि इस कठिन समय में मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को याद दिलाना चाहती हूं कि जो हो सकता है, हम इसमें एक साथ हों और इसका मुकाबला करेंगे, जो कुछ भी हमारा अधिकार है, उसके लिए हर संभव प्रयास करेगें। हमारे संकल्प को कोई तोड़ नहीं सकता।

वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने ट्वीट कर कहा, “मुझे आज रात आधी रात से घर में नजरबंद किया जा सकता है और यह प्रक्रिया अन्य मुख्यधारा के नेताओं के लिए शुरू हो चुकी है। यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है लेकिन अगर यह है तो मैं आप सभी को दूसरी तरफ देखूंगा जो कुछ भी स्टोर में है। अल्लाह हमारी रक्षा करे।


उमर अब्दुल्ला के समर्थन में आए कांग्रेस नेता शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर  उमर अब्दुल्ला के समर्थन में आए और कहा कि आप अकेले नहीं हैं।  थरूर ने उमर अब्‍दुल्ला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा,'आप अकेले नहीं हैं उमर अब्‍दुल्‍ला। हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्‍मीर के मुख्‍यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है क्‍योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है। संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी।

इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'जम्‍मू-कश्‍मीर में हो क्‍या रहा है? क्‍यों नेताओं को रातोंरात गिरफ्तार किया जा रहा है, जबकि उन्‍होंने कुछ भी गलत नहीं किया? अगर कश्‍मीरी हमारे नागरिक हैं और उनके नेता हमारे सहयोगी, निश्चित रूप से आतंकियों और अलगाववादियों से लड़ते हुए मुख्‍यधारा के नेताओं को साथ रखा जाना चाहिए। अगर हम उन्‍हें अलग-थलग कर दें तो बचा कौन?

Yaspal

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