आतंकियों के निशाने पर अयोध्या

Tuesday, Nov 27, 2018 - 10:47 AM (IST)

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से पकड़े गए आतंकवादियों के निशाने पर राजधानी तो थी ही अयोध्या भी उनके टारगेट पर था। इन दिनों राम मंदिर का मुद्दा गरम है और अयोध्या में सरगर्मियां भी काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में आतंकियों को उनके आकाओं ने खासतौर पर वहां विस्फोट आदि घटना को अंजाम देने के का फरमान दिया था। अयोध्या में आतंकी वारदात को अंजाम देने के पीछे सीधे तौर पर भारत सरकार को चुनौती देने की योजना बनाई गई थी। यह खुलासा गिरफ्तार किए गए तीनों आतंकियों ने पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस को बताया है।



पाक में बैठा है इनका आका
सूत्रों की मानें तो इन आतंकियों का आका पाकिस्तान में है और अयोध्या भेजकर हमला करा सकता है। ये सभी आतंकी 31, जुलाई 2018 अनंतनाग जिले में गे्रनेड से सीआरपीएफ कैम्प पर हमला करने के साथ-साथ नवंबर, 2017 में कश्मीर पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर की गोली मार कर हत्या करने और 9, सितंबर 2018 को एक सिविलियन की हत्या करने में शामिल रहे हैं। बता दें कि इसके पहले तीन आतंकी अंसार उल हक, परवेज और जमशीद भी दिल्ली में आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए आए थे, लेकिन पकड़े गए थे। पूछताछ और जांच के दौरान ही हैरिश मुश्ताक खान और उसके दोनों आतंकी साथी की जानकारी मिली थी। हैरिश मुस्ताक ने दिल्ली के जामिया इस्लामिया से इंटरनेशनल स्टडीज की पढ़ाई की है।  इसके अलावा ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय का छात्र एहतेशाम बिलाल भी इसी संगठन में शामिल था। 



तीन आंतिकयों को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार
इससे पहले शनिवार को श्रीनगर के कोठी बाग इलाके में एक मुठभेड़ के बाद जम्मू-कश्मीर इस्लामिक स्टेट से जुड़े तीन आतंकी ताहिर अली खान, हैरिश मुश्ताक खान और आसिफ सुहैल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि स्पेशल सेल के अधिकारी अभी तक इस बात पुष्टि करने से बचते रहे। लेकिन विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि आतंकियों की योजना में अयोध्या में किसी बड़ी घटना को अंजाम देना था। यही नहीं इसके लिए चार अन्य आतंकी हैं जो पकड़ से बाहर हैं, उनको भी लगाया गया था। पुलिस ने इन चारों के नाम का पता लगा लिया है और धरपकड़ के लिए काम कर रही है। यह सभी आतंकी हैरिश मुश्ताक से जुड़े हुए हैं और दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश के भी हिस्सेदार हैं। ये चार आतंकी आदिल, परवेज, इस्फाक और एतसाक हैं। इन चारों की तलाश जम्मू-कश्मीर पुलिस को भी है। 

Anil dev

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