अमरनाथ में आई प्राकृतिक आपदा के बावजूद कम नहीं हुआ तीर्थयात्रियों का उत्साह, ‘बम बम भोले'' के जयकारे के साथ फिर शुरू हुई यात्रा

Monday, Jul 11, 2022 - 10:45 AM (IST)

 

जम्मू:  जम्मू के भगवती नगर में स्थित यात्री निवास आधार शिविर से अमरनाथ की यात्रा फिर से शुरू हो गई है। शुक्रवार शाम को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा के कारण इस पर अस्थायी रूप से रोक लगाई गई थी। यहां बादल फटने की वजह से आई तबाही में 16 लोगों की मौत हो चुकी है, 40 लापता हैं और करीब 50 घायल हुए हैं। बता दें कि अमरनाथ गुफा के पास 8 जुलाई को बादल फटा था. जिसमें अभी भी 30 से अधिक लोग लापता हैं। श्री अमरनाथ में आई इस आपदा के बावजूद यहां मौजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह बिल्कुल भी कम नहीं हुआ है। सरकार द्वारा भक्तों के लिए स्थापित आधार शिविरों में ये ‘बम बम भोले' के जयकारे के साथ पहुंच रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 110 वाहनों में कुल 4,026 तीर्थयात्रियों का 12वां जत्था यहां भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुआ।'' उन्होंने बताया कि इन श्रद्धालुओं में 3,192 पुरुष, 641 महिलाएं, 13 बच्चे, 174 साधु और छह साध्वी हैं। उन्होंने बताया कि बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 1,016 तीर्थयात्री 35 वाहनों में तड़के साढ़े तीन बजे सबसे पहले रवाना हुए। इसके बाद कश्मीर में पहलगाम शिविर के लिए 2,425 तीर्थयात्रियों को लेकर 75 वाहनों का दूसरा काफिला रवाना हुआ। इस बीच, सेना ने पवित्र गुफा के बाहर एक अस्थायी सीढ़ी का निर्माण किया। गत शुक्रवार को बादल फटने से हुए भूस्खलन के कारण गुफा मंदिर की ओर जाने वाला मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था।

सेना की इकाई ‘चिनार कोर' ने ट्वीट किया, यात्रा के पहलगाम से आज शुरू होने के मद्देनजर पवित्र गुफा के बाहर यात्रियों के लिए रातभर में अस्थायी सीढ़ी बनाई गई।  बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 1.13 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी।  

Anu Malhotra

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