उत्तर भारत का सबसे बड़ा बिजली केंद्र बनकर उभरेगा जम्मू-कश्मीर : डॉ. जितेंद्र सिंह
punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2024 - 09:59 PM (IST)
जैतो(रघुनंदन पराशर): केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज वर्तमान में जल विद्युत परियोजनाओं की गति में तेजी लाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इनके पूरा होने पर, इन संयंत्रों द्वारा उत्पादित बिजली 8000 मेगावाट तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि इस विशाल बिजली उत्पादन क्षमता के साथ, जम्मू-कश्मीर उत्तर भारत का सबसे बड़ा बिजली केंद्र बन जाएगा।
डॉ. सिंह ने यह विचार जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक (दिशा) की अध्यक्षता के दौरान व्यक्त किये। बैठक में उपायुक्त राकेश कुमार शवन की अगुआई में जिला प्रशासन भी उपस्थित रहा। बैठक में स्थानीय विधायक और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय जल विद्युत निगम लिमिटेड (एनएचपीसी) से स्थानीय अकुशल श्रमिकों की क्षमता निर्माण का कार्य प्रारम्भ करने का आह्वान किया, ताकि विशिष्ट कौशल और विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता वाली परियोजनाओं के लिए उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाई जा सके। जिले में कनेक्टिविटी बढ़ाने के उद्देश्य से परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए डॉ. सिंह ने विशेष रूप से उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) के तहत जिले में एक पूर्ण हवाई पट्टी के निर्माण में तेजी लाने का आह्वान किया। इस सुविधा का उद्देश्य दुर्गम इलाकों में रहने वाली आबादी के लिए कनेक्टिविटी में सुधार करना है।
डॉ. सिंह ने कहा कि हवाई पट्टी को चालू करने के लिए प्रयासों में तालमेल होना चाहिए। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) और जल जीवन मिशन के तहत कार्यों की स्थिति की समीक्षा करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने आग्रह किया कि आरएंडबी सहित संबंधित विभागों को परियोजनाओं के त्वरित और बेहतर निष्पादन के लिए जन प्रतिनिधियों के साथ निकट समन्वय में काम करने की जरूरत है। संवादहीनता को दूर करने का आह्वान करते हुए, डॉ. सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन को अधिकारियों द्वारा किए गए क्षेत्रीय दौरों के दौरान पीआरआई के साथ सूचनाओं को साझा करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए अधिकारियों को पीआरआई प्रतिनिधियों से अहम जानकारी लेनी चाहिए।
प्रदूषण और भूमि क्षरण के कारण आम नागरिकों के स्वास्थ्य पर कुछ बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए, केंद्रीय मंत्री ने निर्देश दिया कि इन परियोजनाओं के लिए दी गई पर्यावरण स्वीकृति के संबंध में गतिशील अभ्यास करने की व्यवस्था की जानी चाहिए। मंत्री महोदय ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाया जाए।केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़, जम्मू-कश्मीर में विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा के लिए जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक कीचिकित्सकों और शिक्षकों जैसे कुछ लोक सेवकों द्वारा उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना नौकरी छोड़ने पर चिंता व्यक्त करते हुए, डॉ. सिंह ने कहा कि एक समान नीति बनाने की आवश्यकता है, जिसके तहत यदि ये लोक सेवक अपने पद छोड़ते हैं, तो उन्हें नागरिकों को असुविधा पहुंचाने के लिए सरकार को भारी मुआवजा देना होगा।
उन्होंने रेखांकित किया कि भविष्य में कर्मचारियों की कमी से विभागों में उत्पन्न होने वाले संकट को टालने के लिए प्रस्तावित नीति समय की मांग है।डॉ. जितेंद्र सिंह ने जिला प्रशासन को लैवेंडर, आयुष्मान भारत योजना और पीएम सूर्य घर मठ बिजली योजना के लाभों का उल्लेख करते हुए जन जागरूकता शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया। इसी तरह, उन्होंने स्थानीय युवाओं में खेल प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए संसद खेलकूद स्पर्धा को बढ़ावा देने का आह्वान किया और जीरा एवं केसर जैसे स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग करने का भी समर्थन किया। उन्होंने बताया कि किश्तवाड़ में जल्द ही केसर पार्क बनाया जाएगा और केंद्रीय कृषि एवं किसान मंत्री इसका उद्घाटन करेंगे।
डॉ. सिंह ने जिले के पद्दार क्षेत्र की खदानों में पाए जाने वाले दुनिया के सबसे बेहतरीन नीलम की और खोज करने का आह्वान किया, ताकि अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया जा सके और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसरों का सृजन किया जा सकें।मिनी सचिवालय, किश्तवाड़ में आयोजित आज की दिशा बैठक में विधायक पद्दार नागसेनी और विपक्ष के नेता के अलावा डीडीसी अध्यक्ष श्री सुनील शर्मा, विधायक, किश्तवाड़ सुश्री पूजा ठाकुर, किश्तवाड़ की उपायुक्त सुश्री शगुन परिहार, किश्तवाड़ के एसएसपी श्री राजेश कुमार शवन, डीडीसी सदस्य श्री जावेद इकबाल, दिशा समिति के मनोनीत सदस्यों के अलावा विभिन्न विभागों के जिला और क्षेत्रीय अधिकारी उपस्थित थे।