तंगधार में सैन्य शिविर पर आतंकी हमला, तीन आतंकी ढेर

Wednesday, Nov 25, 2015 - 06:26 PM (IST)

जम्मू कश्मीर ( मजीद):  उतर कश्मीर में सीमवर्ती कुपवाड़ा जिला के टंगडार इलाके में नियंत्रण रेखा एल.ओ.सी. के पास सेना के एक शिविर पर फिदायीन हमले में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। इस दौरान एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि सेना का एक जे.सी.ओ. घायल हो गया।


जानकारी के अनुसार हथियारों से पूरी तरह लैस तीन आतंकवादियों ने आज श्रीनगर से लगभग 160 किलोमीटर दूर नियंत्रण रेखा के निकट टंगडार में सेना के एक शिविर पर हमला कर दिया। इसके बाद हुई मुठभेड़ में सभी हमलावर मारे गए। गोलीबारी में एक नागरिक की जान भी चली गई।


पुलिस ने बताया कि सुबह छह बज कर 15 मिनट पर शिविर पर पीछे की ओर से हमला किया गया, जिसके कारण कुछ वाहनों में आग लग गई।  वहीं, मुठभेड़ के दौरान डंप तेल में आग लगने से सैन्य शिविर की कई बैरकें राख हो गई।


अधिकारी ने बताया कि कलसुरी रिज (टंगडार सेक्टर में) आज सुबह सेना के एक शिविर की ओर गोलीबारी की गई। सेना ने बताया कि लगभग सात घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ के बाद हमले में शामिल सभी तीनों आतंकवादी मारे गये। सेना ने बताया कि इस घटना में एक नागरिक की भी जान चली गई। आतंकवादी हथियारों से पूरी तरह लैस थे और उन्होंने हमले के लिए छोटे हथियारों एवं यूबीजीएलएस का उपयोग किया।


कुपवाड़ा के एसएसपी ऐजाज अहमद ने बताया कि तीन आतंकवादी शिविर में प्रवेश कर गये थे। टंगडार सेक्टर कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के नजदीक है और पूर्व में घुसपैठ के मार्ग के रूप में इसका उपयोग किया जाता रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि घटना में एक सैनिक घायल भी हुआ है। उन्होंने बताया कि मारे गये आतंवादियों के पास से तीन एके राइफल और गोला-बारूद बरामद किया गया।


अधिकारी ने बताया कि इलाके में अभियान अभी जारी है और विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है। इस बीच जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के हमले की जिम्मेदारी लेने की खबर है। एक स्थानीय समाचार एजेंसी को टेलीफोन कर एक व्यक्ति ने जैश का प्रवक्ता होने का दावा किया और कहा कि उसके तीन सदस्यों ने हमले को अंजाम दिया।


अधिकारियों ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या हमलावर किसी घुसपैठि गिरोह का हिस्सा थे। एक अधिकारी ने कहा, यह जांच का मुद्दा है।


इससे पहले आतंकियों के हमले में मृत माने गए सेना के एक अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत स्थिर है।
सूत्रों ने कहा कि सेना मुठभेड़ स्थल से घायल जे.सी.ओ. को निकाल नहीं सके और उनको मृत मान लिया।
हालांकि, बाद में अधिकारी को मुठभेड़ स्थल के पास बेहोशी की हालत में पाया गया और तुरन्त द्रगमुल्ला में सैन्य अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया। अधिकारी की हालत स्थिर है।

 

किसने बनाई थी योजना


हाफिज सईद और आईएसआई ने  हमले की योजना बनाई थी।  इस बात की खबर खूफिया ऐजेंसियों को पहले से ही थी। यहां तक कि आलर्ट जारी किया गया था। सुबह जिस समय सैन्य शिविर पर आतंकी हमला हुआ उस दौरान कैंप में 70 जवान थे।

जारी है घुसपैंठ

सीमा पार से आतंकियों द्वारा घुसपैंठ लगातार जारी है। बीते दिनों राजोरी में भी घुसपैंठ की कोशिश की गई। हांलाकि सेना ने इसे नाकाम कर दिया और इसमें मद्रास बटालियन का एक जवान सुभिनेष शहीद हो गया। सेना स्वयं स्वीकार कर चुकी है कि कश्मीर में सैंकड़ों आतंकी सक्रिय हैं और उस पार से भी आईएस और पाक सेना घुसपैंठ की पूरी कोशिशों में लगी हुई है।


इस महीने के एनकांउटर
18 नवंबर को कुपवाड़ा में मुठभेड़ में कनर्ल शहीद।
23 नवंबर को कुपवाड़ा में आतंकी मारा गया।
23 नवंबर को अनंतनाग जिले में तीन आतंकी मारे गए।
 

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