जाम और घने कोहरे ने रोका ट्रेन 18 का रास्ता, अगले साल होगी लॉन्च
Friday, Dec 28, 2018 - 06:43 PM (IST)
नेशनल डेस्कः भारत की पहली हाईस्पीड ट्रेन 'Train 18' की लॉन्चिंग को टाल दिया गया है। इसका कारण जाम, घना कोहरा और लंबी दूरी की यात्रा बताई जा रही हैं। रेल मंत्रालय की मानें तो ट्रेन 18 को दिल्ली से वाराणसी की यात्रा पूरी करने में कम से कम 8 घंटे का समय लगेगा। अगर ऐसा होता है तो यह एक चेयर कार ट्रेन के लिए ज्यादा होगा।
बता दें कि Train 18 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से हरी झंडी दिखाने वाले थे। लेकिन अब वह इस ट्रेन की शुरुआत जनवरी के पहले हफ्ते में करेंगे। साल 2018 में बनने के कारण इस ट्रेन को 'Train18' नाम दिया गया है।
रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त ने इस 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की अनुमति दे दी है। अब रेलवे बोर्ड इसकी आधिकारिक शुरूआत को अनुमति देगा, जिसके बाद फाइल प्रधानमंत्री कार्यालय भेजी जाएगी। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि अभी ट्रेन की शुरुआत में समय लगेगा और यह 2018 में संभव नहीं है। यह ट्रेन भारतीय रेल की छवि बदल देगी। यात्रियों को देखते हुए अभी Train 18 के लिए रूट का निर्धारण भी किजा जाना है और लोग 8 घंटे से ज्यादा बैठना नहीं चाहेंगे।
अभी इस ट्रेन का किराया भी निर्धारित किया जाना है और माना जा रहा है कि इसका किराया शताब्दी ट्रेन से ज्यादा होगा। इस ट्रेन को चेन्नई की इंटरनल कोच फैक्टरी में बनाया गया है। ट्रेन को बनाने में 100 करोड़ रुपए का खर्च आया है।
क्या खास है ट्रेन 18 में
- डिफ्यूज लाइटिंग और ऑटोमेटिक दरवाज और फुटस्टेप
- जहां ट्रेन का ठहराव होगा दरवाजे खुद ही खुल जाएंगे।
- यात्रियों की सुविधा के लिए WiFi और जीपीएस आधारित पेसेंजर इनफॉर्मेंशन सिस्टम
- Train 18 में 52 सीट का एग्जीक्यूटिव कंपार्टमेंट और बाकी कोचों में 78 एग्जीक्यूटिव सीट
- आराम दायक और घुमावदार कुर्सियां
Train 18 को 16 कोच के साथ शुरूआत की जा सकती है। इसको चार-चार बोगियों के सेक्शन में बांटा गया है। जिससे ट्रेन की स्पीड पर कोई प्रभाव न पड़े। Train 18 देश की पहली बिना इंजन की हाईस्पीड ट्रेन है