जेटली में नहीं निष्पक्ष आलोचना बर्दाश्त करने की क्षमता : ''आप''

Monday, Jan 09, 2017 - 08:03 PM (IST)

नई दिल्ली : वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आप नेताओं के खिलाफ दायर मानहानि मामले में प्रतिवादी एक आप नेता ने आज कहा कि जेटली को एक नेता होने के नाते ‘‘गहन समीक्षा’’ के लिए तैयार रहना चाहिए और ‘‘निष्पक्ष आलोचना बर्दाश्त’’ करनी चाहिए। आप नेता राघव चड्ढा ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता की मानहानि के लिए एक शब्द भी नहीं कहा और जेटली द्वारा मानहानि कार्रवाई ‘‘धमकी’’ और जनहित वाले विषय पर ‘‘स्वतंत्र भाषण पर रोक’’ है। चड्ढा द्वारा दायर आवेदन पर न्यायमूर्ति दीपा शर्मा ने सुनवाई की। इस आवेदन में पहले दायर किए गए लिखित बयान में संशोधन और उनके खिलाफ दायर वाद पर कुछ शुरूआती आपत्तियां जोडऩे की मांग की गई।

जेटली ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ में वित्तीय गड़बडिय़ों के सभी आरोपों से इंकार करते हुए केजरीवाल तथा अन्य आप नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति की मांग वाला वाद दायर किया था। इन नेताओं ने जेटली पर वर्ष 2013 तक करीब 13 साल तक अध्यक्ष रहते हुए बीसीसीआई में कथित अनियमितिताओं को लेकर निशाना साधा था।

Advertising