जयशंकर ने ब्रिस्बेन में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास का किया उद्घाटन
punjabkesari.in Monday, Nov 04, 2024 - 12:24 PM (IST)
Brisbane विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) ने सोमवार को ब्रिस्बेन (Brisbane) में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास (new Indian consulate ) का उद्घाटन किया और इस बात पर जोर दिया कि इससे क्वींसलैंड राज्य के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने, व्यापार को बढ़ावा देने और प्रवासी समुदाय की सेवा करने में मदद मिलेगी। जयशंकर दो देशों की यात्रा के पहले चरण में रविवार को आस्ट्रेलिया पहुंचे, जहां से वे सिंगापुर जाएंगे। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर जयशंकर ने लिखा, ‘‘आज ब्रिस्बेन में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास का औपचारिक रूप से उद्घाटन करके मुझे खुशी हुई।
यह क्वींसलैंड राज्य के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने, व्यापार को बढ़ावा देने, शैक्षणिक संबंधों को प्रोत्साहन देने और प्रवासी समुदाय की सेवा करने में योगदान देगा। उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए क्वींसलैंड की गवर्नर महामहिम डॉ. जेनेट यंग और मंत्रियों रोस बेट्स एवं फियोना सिम्प्सन का धन्यवाद।'' यह ऑस्ट्रेलिया में भारत का चौथा वाणिज्य दूतावास है। ब्रिस्बेन के अलावा सिडनी, मेलबर्न और पर्थ में भी भारत के वाणिज्य दूतावास हैं। विदेश मंत्री ने सोमवार को ब्रिस्बेन के ‘रोमा स्ट्रीट पार्कलैंड्स' में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। जयशंकर ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘शांति और सद्भाव का उनका (महात्मा गांधी का) संदेश दुनिया भर में गूंजता है।'' जयशंकर ने क्वींसलैंड की गवर्नर से भी सोमवार को ब्रिस्बेन में मुलाकात की।
उन्होंने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘क्वींसलैंड की गवर्नर महामहिम डॉ. जेनेट यंग से आज ब्रिस्बेन में मिलकर प्रसन्नता हुई। क्वींसलैंड राज्य के साथ आर्थिक, व्यापारिक और निवेश सहयोग को मजबूत करने के अवसरों और तरीकों पर चर्चा की।'' जयशंकर कैनबरा में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ 15वीं विदेश मंत्री रूपरेखा वार्ता (एफएमएफडी) की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। वह ऑस्ट्रेलियाई संसद भवन में आयोजित होने वाले द्वितीय ‘रायसीना डाउन अंडर' के उद्घाटन सत्र में मुख्य संबोधन देंगे। उनका ऑस्ट्रेलियाई नेतृत्व, सांसदों, व्यापारिक समुदाय, मीडिया और प्रबुद्ध वर्ग के साथ भी बातचीत करने का कार्यक्रम है। ऑस्ट्रेलिया से जयशंकर सिंगापुर जाएंगे, जहां वह आसियान-भारत ‘थिंक टैंक नेटवर्क' के 8वें गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करेंगे। वह दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी की समीक्षा करने के लिए सिंगापुर के नेताओं से मुलाकात भी करेंगे।