दिल्ली को 'पाइप बम' से दहलाने की फिराक में थे जैश के आतंकी!

Wednesday, Nov 02, 2016 - 01:12 PM (IST)

नई दिल्लीः जैश-ए-मोहम्मद के गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्ध आतंकी दिल्ली-एनसीआर को 'पाइप बमों' के जरिए दहलाने की फिराक में थे। पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से दाखिल चार्जशीट में यह जानकारी दी गई है। पाइप बम एक किस्म कीआईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) है, जिसमें विस्फोटक पदार्थों से भरा एक धातु का पाइप होता है, जो दोनों ही सिरों पर सील होता है। यह बम दक्षिण एशिया में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकी संगठनों को बेहद पसंद है। 

पाइप में भरने वाले थे विस्फोटक
खबर है कि आरोपियों ने दिल्ली के दरियागंज स्थित एक दुकान से लोहे के पाइप खरीदे, जिसके बाद, उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांदबाग इलाके में एक लोहार से उनमें छेद करवाया। वे इनमें कीलें और विस्फोटक भरने वाले थे। इन लोगों ने चांदबाग के से चार बैटरियां जबकि फतेहपुरी की एक दुकान से माचिस का बंडल लिया। चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि आरोपी माचिस की तीलियों से निकाले गए विस्फोटक पदार्थों से बम बनाने वाले थे। ऐसा करने के लिए उन्हें 'अब्बा' से निर्देश मिले थे। यह जैश चीफ मसूद अजहर और उसके भाई तल्हा सैफ का कोड नेम है। पुलिस का दावा है कि अगर साजिद के हैंडलर उसके पाकिस्तान जाने के लिए वीजा का इंतजाम नहीं कर पाते तो वह कश्मीर जाने के लिए तैयार था। 

प्रोपेगैंडा वीडियोज देखा करता था साजिद
पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य आरोपी साजिद अक्सर प्रोपेगैंडा वीडियोज देखा करता था। मसूद अजहर की तकरीरों का उस पर बेहद गहरा असर पड़ा था। जब से मसूद अजहर ने भारत में मुसलमानों के खिलाफ कथित ज्यादती को लेकर जिहाद का ऐलान किया था, तभी से साजिद को लगने लगा था कि वह अपनी कौम का इकलौता उद्धारक है। साजिद ने अपनी जीमेल आईडी mohd***@gmail.com के जरिए सोशल नेटवर्किंग साइट पर अकाउंट बनाया ताकि जैश के टॉप कमांडर्स से संपर्क कर सके। वह अपनी प्रोफाइल पिक्चर के तौर पर मसूद अजहर की फोटो इस्तेमाल करता था।

युवाओं की तलाश में था साजिद
जैश के टॉप कमांडर्स से संपर्क में आने के बाद साजिद को कुछ युवाओं की तलाश थी, जिनसे वह एक मॉड्यूल तैयार कर सके। टीम बनाने के बाद उन्हें मसूद अजहर के भाई तल्हा की ओर से ऑनलाइन ग्रुप के जरिए आईइडी बनाने की तालीम मिली। साजिद पूर्वी दिल्ली में ऐसे सुनसान पार्क या इलाके की तलाश में था, जहां वह अपने बनाए गए बम को टेस्ट कर सके। हालांकि, किसी तरीके से गलत वक्त पर इसमें विस्फोट हो गया, जिससे जैश के नेटवर्क का खुलासा हुआ।

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