अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में खिल रहा पर्यटन, आर्थिक स्थिति में हुआ सुधारः रिपोर्ट

Thursday, Jun 01, 2023 - 02:49 PM (IST)

श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद पर्यटन पुनरुद्धार देखा जा रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का केंद्र कश्मीर में पर्यटन में तेजी देखी जा रही है। हालांकि जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्से आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं,  लेकिन इनके अलावा बाकी क्षेत्रों में पर्यटन फलने-फूलने से आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।  भारत ने 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह के तत्वावधान में आयोजित पर्यटन पर एक सम्मेलन में, कश्मीर की स्थिरता को उजागर करने का लक्ष्य रखा । 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कला और खेल उद्योग भी फिर से फलफूल रहा है।

 

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद विकास हुआ है। एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि अनुच्छेद 370 के हटने के तीन साल बाद घाटी के लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।सरकार की नीतियों के चलते विकास के नए आयाम लिखे जा रहे हैं ।  यूनाइटेड किंगडम में प्रकाशित एक एशियाई दैनिक (एशियन लाइट) की रिपोर्ट में   दावा किया गया है कि 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के बारे में आम धारणा को बदलने में भारत सरकार सफल रही है। इसके साथ ही साथ 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद सरकार वहां के लोगों की आर्थिक स्थिति को भी सुधारने में कामयाब रही है।

 

रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हाल ही में दावा किया था कि प्रशासन ने लोगों के अनुकूल नीतियों बनाई है। इसके साथ साथ ये भी सुनिश्चित किया है कि इस नीतियों का कार्यान्वयन भी अच्छे तरीके से हो। इसके साथ ही साथ सरकार ने क्षेत्र में नए व्यवसायों और उद्योगों की स्थापना के लिए सभी बाधाओं को दूर कर दिया है।  रिपोर्ट में एलजी के हवाले से अनुच्छेद 370 को लेकर कई कटाक्ष किए गए हैं। एलजी ने कहा कि "अनुच्छेद 370 अलगाववाद, आतंकवाद, भाई-भतीजावाद, भेदभाव और भ्रष्टाचार का मूल कारण था और जम्मू-कश्मीर को अविकसित रखा। अब अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर एक नई विकास यात्रा पर आगे बढ़ रहा है।"

 

Tanuja

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