भारत-इटली सम्मेलन में बोले मोदी, कोरोना के बाद की दुनिया के लिए तैयार होना जरूरी

Friday, Nov 06, 2020 - 10:27 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके इतालवी समकक्ष गुइसेप कोंटे ने शुक्रवार को द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े व्यापक मुद्दों के साथ ही कोरोना वायरस महामारी के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के तरीके पर चर्चा की। मोदी ने इतालवी नेता के साथ डिजिटल शिखर सम्मेलन में कहा कि यह स्पष्ट है कि कोविड-19 महामारी द्वितीय विश्व युद्ध की तरह ही इतिहास की एक ऐतिहासिक घटना रहेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को इस नई दुनिया के लिए खुद को अनुकूल बनाना होगा।'' उन्होंने कहा कि महामारी से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। यूरोप में भारत के लिए एक प्रमुख देश इटली, यूरोपीय संघ में भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों पक्ष कई क्षेत्रों में आर्थिक जुड़़ाव का विस्तार करने के लिए उत्सुक हैं।

इटली दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच उच्च स्तर की पूरकता को देखते हुए हरित, संसाधनों के अधिकतम उपयोग वाली अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, स्वास्थ्य और फार्मा, खाद्य प्रसंस्करण, बुनियादी ढांचे और उन्नत विनिर्माण सहित व्यापक क्षेत्रों में दो-तरफा निवेश चाहता है। 2019 में द्विपक्षीय व्यापार 9.52 अरब यूरो का था। फैशन और वस्त्र, कपड़ा और वस्त्र मशीनरी, ऑटोमोटिव पुर्जे, बुनियादी ढांचे, रसायन, ऊर्जा कन्फेक्शनरी और बीमा जैसे विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 600 बड़ी इतालवी कंपनियां वर्तमान में भारत में सक्रिय हैं।

Yaspal

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