हिज्बुल्लाह की गुप्त बैठक में इजरायली हवाई हमले ने किया तहलका! नसरल्लाह का संभावित उत्तराधिकारी हाशिम सफीद्दीन की मौत
punjabkesari.in Friday, Oct 04, 2024 - 09:49 AM (IST)
नेशनल डेस्क: हाल के दिनों में इजरायली मीडिया ने एक महत्वपूर्ण घटना की रिपोर्ट दी है, जिसमें बताया गया है कि इजरायल ने हिज्बुल्लाह के महत्वपूर्ण नेता हाशिम सफीद्दीन को मार गिराया है। यह हमला उस समय हुआ जब इजरायली लड़ाकू विमानों ने बेरूत के दहिह उपनगर में हिज्बुल्लाह के ठिकाने पर एक बड़ा हवाई हमला किया। हाशिम सफीद्दीन, जो हिज्बुल्लाह के पूर्व नेता हसन नसरल्लाह के ममेरे भाई और संभावित उत्तराधिकारी माने जाते थे, उस समय एक अंडरग्राउंड बंकर में हिज्बुल्लाह के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे थे।
हमले में बंकर को पूरी तरह से नष्ट
इजरायली अधिकारियों के अनुसार, यह हमला गुरुवार की आधी रात को किया गया था। हमले की ताकत इतनी अधिक थी कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे नसरल्लाह को मारने वाले हमले से भी ज्यादा भयंकर बताया। इस हवाई हमले में बंकर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। यह घटना हिज्बुल्लाह के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर जब इस संगठन के नेता हसन नसरल्लाह को पहले ही मारा जा चुका है। हालाँकि, इजरायली रक्षा बलों (IDF) या हिज्बुल्लाह की ओर से इस हमले के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे इस मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।
एक सम्मानित शिया मौलवी
हाशिम सफीद्दीन का जन्म 1960 के दशक की शुरुआत में दक्षिणी लेबनान में हुआ था। वह हिज्बुल्लाह के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, जो लेबनान के लंबे गृहयुद्ध के दौरान ईरानी मार्गदर्शन में 1980 के दशक में हिज्बुल्लाह से जुड़े। सफीद्दीन ने संगठन में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जिसमें राजनीतिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सैन्य गतिविधियों का नेतृत्व करना शामिल है। वह आमतौर पर काली पगड़ी पहने दिखाई देते हैं, जो एक सम्मानित शिया मौलवी की पहचान है और उन्हें पैगम्बर मोहम्मद का वंशज मानते हैं।
हिज्बुल्लाह की सैन्य गतिविधियों का नियंत्रण
1995 में, सफीद्दीन को हिज्बुल्लाह की सर्वोच्च परिषद में पदोन्नत किया गया, जो संगठन की शासी सलाहकार सभा है। इसके तुरंत बाद, उन्हें जिहादी परिषद का प्रमुख बनाया गया, जिसका कार्य हिज्बुल्लाह की सैन्य गतिविधियों का नियंत्रण करना है। तीन साल बाद, 1998 में, उन्हें पार्टी की कार्यकारी परिषद का नेतृत्व करने का पद सौंपा गया, एक ऐसा पद जिसे नसरल्लाह ने दो बार संभाला था। उन्होंने ईरान में धार्मिक अध्ययन किया है, जिससे उन्हें ईरान के साथ मजबूत संबंध बनाने का अवसर मिला।
अमेरिका द्वारा आतंकवादी घोषित
2017 में, अमेरिका ने हाशिम सफीद्दीन को आतंकवादी घोषित किया। यह निर्णय उस समय लिया गया जब उन्होंने इजरायल के खिलाफ बड़ी जंग शुरू की थी। उन्होंने अपने लड़ाकों से कहा था कि दुश्मनों को रोने के लिए मजबूर कर दो। यह उनके सैन्य नेतृत्व की एक महत्वपूर्ण उदाहरण है, जिससे पता चलता है कि वह संगठन के भीतर कितने प्रभावशाली थे।
व्यक्तिगत जीवन और रिश्ते
हाशिम सफीद्दीन के बेटे, रेजा, ने ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की बेटी ज़ैनब से शादी की थी। यह शादी हिज्बुल्लाह और ईरान के बीच गहरे संबंधों का प्रतीक मानी जाती है। कासिम सुलेमानी, जिन्हें अमेरिका ने 2020 में बगदाद में एक हवाई हमले में मार गिराया था, सफीद्दीन के करीबी मित्र थे।
हाशिम सफीद्दीन की मौत
हाशिम सफीद्दीन की मौत ने हिज्बुल्लाह के भविष्य पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। सफीद्दीन को हमेशा से नसरल्लाह का संभावित उत्तराधिकारी माना जाता रहा है। यह घटना इस क्षेत्र में सुरक्षा और राजनीतिक संतुलन पर भी प्रभाव डाल सकती है। हिज्बुल्लाह की सर्वोच्च सलाहकार संस्था शूरा परिषद में सफीद्दीन का स्थान और उनके द्वारा निभाई गई भूमिकाएं इस संगठन के भविष्य के लिए एक बड़ा संकट प्रस्तुत करती हैं। हिज्बुल्लाह की ताकत और प्रभाव पर हाशिम सफीद्दीन की हत्या का गहरा असर हो सकता है। अब देखना यह होगा कि हिज्बुल्लाह इस स्थिति का सामना कैसे करेगा और क्या यह संगठन अपनी ताकत बनाए रख सकेगा। यह घटनाक्रम न केवल हिज्बुल्लाह के लिए, बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।