मलेशिया में फंसने के बाद जाकिर नाइक ने थामा कानून का हाथ, भेजा कई मंत्रियों को नोटिस

Monday, Aug 19, 2019 - 05:42 PM (IST)

नई दिल्ली: इस्लामिक धर्म गुरू और इस्लाम (Islam) का प्रचार करने वाले डॉ जाकिर नाइक (Dr. Zakir Naik) मलेशिया में अपनी दिक्कतें कम करने के लिए अब कानूनी दांव पेंच का सहारा ले रहे हैं। मलेशिया (Malaysia) के प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद (Mahatir Muhammad) कुछ दिनों पहले एक बयान में कहा था कि अगर ये साबित हो गया कि नाइक जो काम करते हैं उससे मलेशिया को कोई नुकसान होगा तो मलेशिया में उनका स्थायी निवासी का दर्जा छीन लिया जाएगा। तो वहीं मलेशिया की पुलिस नाइक के मलेशिया के अल्पसंख्यकों (Minority) के खिलाफ दिए गए बयानों की जांच कर रही है। 


अवमानना केस की तैयारी में हैं नाइक
डॉ जाकिर नाइक ने प्रधानमंत्री के बयान के बाद एक लॉ फर्म के जरिए पेनांग के उपमुख्यमंत्री पी रामासामी, बगान डलाम असेंबली के सदस्य सतीस मुनिआंदी, पूर्व राजदूत दातुक डेनिस इगनेटियस और कलांग के सांसद चार्ल्स सेंटियागो के खिलाफ सोमवार को नोटिस भेजा है। जाकिर नाइक के इस नोटिस में कहा गया है कि ये चारों लोग मुआवजे के साथ उनसे माफी मांगे या दो दिन में अवमानना की केस के लिए तैयार रहें।

नाइक पर लग रहें हैं विवादित बयान के आरोप 
नाइक ने रामासामी, मुनिआंदी, इगनेटियस और सेंटियागो को जो नोटिस भेजा है उसमें नाइक के कुछ लेखों और प्रेस रिलीज का हवाला देकर कहा जा रहा है कि  इनको तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। नाइक द्वारा पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि उसने तो मलेशिया की इस बात के लिए तारीफ की थी कि वो किस तरह ‘हिन्दू अल्पसंख्यकों’ के साथ व्यवहार करता है और उनके अधिकारों की रक्षा करता है।  

मलेशिया में हो रही है नाइक की जमकर आलोचना
आपको बता दें कि मलेशिया में इस वक्त नाइक की जमकर आलोचना हो रही है। मलेशिया के अल्पसंख्यकों पर नाइक द्वारा दिए गए बयानों के पूरे मलेशिया में नाइक के खिलाफ 115 पुलिस रिपोर्ट दर्ज हुए हैं। नाइक के बयानों पर पहले भी बवाल हो चुके हैं। नाइक पर आरोप है कि उन्होंने मलेशिया में कहा था कि भारतीय समुदाय मलेशियाई प्रधानमंत्री डॉ महातिर मोहम्मद की जगह भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का ज्यादा समर्थन करती है।

Anil dev

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