ISIS ने ली कश्मीर में आतंकी हमले की जिम्मेदारी, पुलिस ने कहा यह सिर्फ प्रोपेगंडा

Monday, Nov 20, 2017 - 09:33 AM (IST)

श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख एस.पी. वैद्य ने कहा कि घाटी में इस्लामिक स्टेट का कोई चिह्न नहीं है और उन्होंने उम्मीद जताई कि स्थानीय आतंकवादियों के अभिभावक अपने बच्चों से अपील करेंगे कि वे हिंसा की राह छोड़कर मुख्य धारा में लौट आएं। डीजीपी ने यहां के बादामीबाग कैंट में सेना और सीआरपीएफ के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया। यह पूछने पर कि घाटी के जाकुरा इलाके में आतंकवादी समूह (आईएस) ने पहली बार हमला करते हुए एक पुलिस अधिकारी को मार गिराया, तो वैद्य ने कहा कि इस दावे की अभी पुष्टि नहीं हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है और मेरा मानना है कि यहां आईएसआईएस की कोई निशानी नहीं है। हम 60 लड़कों को हिंसा की राह छोड़ने के लिए मनाने में सफल रहे। हमें उम्मीद है कि हम दूसरे अभिभावकों को भी इस बात के लिए मना सकेंगे कि वे अपने बच्चों से हिंसा की राह छोड़ने और मुख्य धारा में लौटने की अपील करें।’’ कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने भी घाटी में आईएसआईएस की मौजूदगी से इंकार किया। आतंकवादी मुगीश अहमद मीर का शव दफनाने के समय कथित तौर पर आईएस के झंडे में लिपटने होने के बारे में आईजीपी ने कहा, ‘‘किसी के भी शव पर काला झंडा डालकर उसके आईएसआईएस से जुड़े होने का दावा किया जा सकता है। आप जो कह रहे हैं उससे मैं सहमत नहीं हूं क्योंकि यह जांच का विषय है।’’

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