खुफिया एजैंसी के पूर्व चीफ का दावा, मोदी के प्रधानमंत्री बनने से 'खुश' है ISI

Saturday, May 26, 2018 - 02:41 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान आर्मी  ने एक किताब  में भारत के प्रधानमंत्री मोदी को लेकर लिखी खास बात पर ISI के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को तलब किया  है। दरअसल, दुर्रानी ने हाल में पूर्व रॉ चीफ ए. एस. दुलत के साथ मिलकर एक किताब लिखी है, जिसपर पाकिस्तान भड़क गया है। शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें सेना मुख्यालय बुलाया गया है ताकि उनकी किताब 'स्पाई क्रॉनिकल' में लिखे उनके विचारों पर उनकी स्थिति को समझा जा सके।

असद दुर्रानी को 28 मई बुलाया गया जीएचक्यू
इंटर-सर्विसिज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर लिखा, 'ले. जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को 28 मई, 2018 को जीएचक्यू में बुलाया जा रहा है।' दुर्रानी को उनकी किताब 'स्पाई क्रॉनिकल' में लिखे उनके विचारों पर अपनी स्थिति की व्याख्या करने के लिए कहा जाएगा। मेजर जनरल गफूर ने आगे कहा कि एट्रिब्यूशन को सभी सेवा और सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों पर लागू आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में लिया जाता है।

क्यों पसंद है ISI को मोदी
मोदी की 'कट्टरपंथी' छवि आईएसआई को बहुत पसंद है। उन्हें उम्मीद है कि मोदी कोई ऐसा कदम उठाएंगे जिससे भारत की सेक्युलर छवि को नुकसान पहुंचेगा और उसका पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर फायदा होगा। दुरानी ने किताब में यह भी दावा किया है कि उन्होंने 1998 में बीजेपी के सरकार बनाने से पहले भी एक लेख लिखा था। जिसमें कहा गया था कि भारत में बीजेपी की सरकार बनने पर पाकिस्तान को परेशान नहीं होना चाहिए। दुरानी ने यह भी लिखा है कि वाजपेयी सरकार ने उन्हें यह दिखाया कि मस्लिम विरोधी सरकार भी पाकिस्तान के लिए उतनी बुरी नहीं है। 

Isha

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