इशरत मामले में गवाह को सिखाने-पढ़ाने की खबर को गृह सचिव ने किया खारिज

Thursday, Jun 16, 2016 - 08:56 PM (IST)

मुंबई: केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने आज इस खबर को खारिज कर दिया कि इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले से संबंधित लापता दस्तावेजों की जांच के दौरान एक गवाह को सिखाया-पढ़ाया गया कि उन्हें क्या बोलना है। महर्षि यहां तटीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के गृह मंत्रियों, मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में शामिल होने आये थे।  

 
रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर महर्षि ने संवाददाताओं से कहा,‘‘मैं गवाहों को सिखाये जाने की बात पुरजोर तरीके से खारिज करता हूं। गृह मंत्रालय में फाइलें कभी नहीं खोईं। वे कहीं इधर-उधर रखी हुई होंगी। लेकिन मुझे विश्वास है कि वे कहीं मिल जाएंगी। फाइल गृह मंत्रालय में हैं। खबर के अनुसार गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी बी के प्रसाद ने इस साल अप्रैल में मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी को उन सवालों के बारे में बताया जो वह उनसे पूछने वाले थे और यह भी बताया कि उन्हें जवाब देना है कि उन्होंने कभी कथित लापता फाइलें देखी ही नहीं।  
 
बैठक में भाग लेने वाले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने संप्रग सरकार के दौरान इशरत जहां को क्लीनचिट देने की कोशिश की थी जिसे 2004 में गुजरात में तीन अन्य लोगों के साथ कथित फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया था। रिजीजू ने कहा,‘‘हमें गृह मंत्रालय द्वारा गठित एक सदस्यीय समिति की रिपोर्ट मिल गयी है। हमने रिपोर्ट देखी है और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज अब भी लापता हैं। इरादे बहुत स्पष्ट हैं। ये महत्वपूर्ण दस्तावेज गृह मंत्रालय के रिकॉर्ड से कैसे चले गये और एक कट्टर आतंकवादी को हलफनामे के जरिये बेगुनाह कैसे घोषित किया गया?
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