क्या मोदी के एजैंट हैं ओवैसी?

punjabkesari.in Thursday, Dec 21, 2017 - 08:42 AM (IST)

नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र के बाद असदुद्दीन ओवैसी नीत ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (ए.आई.एम.आई.एम.) कर्नाटक में भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव का कहना है कि ओवैसी भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का एजैंट है जो मुसलमानों के वोटों को विभाजित करता है और विपक्ष को नुक्सान पहुंचाता है। ए.आई.एम.आई.एम. के नेता को इसकी परवाह नहीं। ओवैसी की पार्टी ने महाराष्ट्र में कम से कम 25 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस, राकांपा को भारी नुक्सान पहुंचाया था और भाजपा-शिवसेना गठबंधन को लाभ पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।

अब ए.आई.एम.आई.एम. कर्नाटक विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवार खड़े करने का फैसला कर चुकी है क्योंकि वह अपना आधार बढ़ाना चाहती है। ओवैसी एक सशक्त वक्ता हैं और मुसलमानों की भीड़ को अपनी ओर आकॢषत करते हैं। कांग्रेस इस बात को लेकर ङ्क्षचतित है क्योंकि ओवैसी उसके वोट बैंक में सेंध लगाएंगे। सिद्धरमैया सरकार सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है और इसके साथ ही उसे ओवैसी का खतरा भी सामने है। कांग्रेस के जीतने की संभावनाएं क्षीण दिखाई देती हैं। ङ्क्षचतित कांग्रेस अब ओवैसी के साथ सहमति बनाने के लिए कोई रास्ता ढूंढने पर विचार कर रही है।


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