क्या डेल्टा प्लस वेरिएंट पर प्रभावी है भारतीय वैक्सीन, शोध में जुटे वैज्ञानिक

Thursday, Jun 24, 2021 - 12:11 PM (IST)

नेसनल डेस्क: भारत में कोरोना वायरस का नया डेल्टा प्लस वेरिएंट सामने आया है। अब तक देश के चार राज्यों- महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में इसके कुल 40 मामले सामने आ चुके हैं। अब देश के कुछ वैज्ञानिक इसको बेअसर करने के तरीकों को खोजने में जुट गए हैं। देश के वैज्ञानिकों ने फैसला किया है कि वे इसको लेकर शोध करेंगे कि भारतीय वैक्सीन कोरोना वायरस के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ कितनी असरदार है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने कोरोना वायरस के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर एक अध्ययन करने का फैसला किया है जिसमें यह पता लगाया जाएगा कि मौजूद वैक्सीन कोरोना के इस नए और खतरनाक वेरिएंट के खिलाफ कारगर है भी या नहीं। इस अध्ययन में भारत की दोनों कोरोना वैक्सीन- कोवैक्सिन और कोविशील्ड को शामिल किया जाएगा।

NIV की मैक्सिमम कंटेनमेंट फैसिलिटी की प्रमुख डॉ प्रज्ञा यादव ने कहा कि भारत में मौजूदा वैक्सीन का कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट पर असर थोड़ा कम जरूर हुआ है लेकिन ये अभी भी सुरक्षा दे रही है। इस दिशा में हम काम में जुटे हैं। हमने इस वेरिएंट को अलग कर दिया है और हम जल्द ही एक अध्ययन करने जा रहे हैं। हम अध्ययन के साथ वापस आएंगे। आपको बता दें कि सरकार के मुताबिक, देश में डेल्टा प्लस के मामले महाराष्ट्र (रत्नागिरी और जलगांव) केरल (पलक्कड़ और पठानमथिट्टा) और मध्य प्रदेश (भोपाल और शिवपुरी) के साथ तमिलनाडु में सामने हैं।

Hitesh

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