Tatkal Train Ticket Rule: रेलवे ने कड़े नियम किए लागू, आज से बिना इस काम के नहीं मिलेगी तत्काल ट्रेन टिकट
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 02:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए 15 जुलाई 2025 से तत्काल (Tatkal) टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब आप बिना आधार वेरिफाइड IRCTC अकाउंट के तत्काल टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। इसका मतलब यह है कि टिकट बुकिंग के दौरान मोबाइल नंबर पर भेजे जाने वाले OTP (One Time Password) को अनिवार्य कर दिया गया है। यह बदलाव रेलवे ने टिकट दलालों पर लगाम लगाने और फेक बुकिंग रोकने के लिए किया है।
OTP के बिना तत्काल टिकट बुकिंग नहीं होगी
1 जुलाई से रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग में OTP सर्विस शुरू की थी, जो अब 15 जुलाई से अनिवार्य हो गई है। इसका मतलब है कि टिकट बुकिंग के वक्त IRCTC अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा गया OTP भरना जरूरी होगा। बिना OTP के कोई भी तत्काल टिकट बुक नहीं कर पाएगा। इस कदम से टिकट दलालों और बॉट्स के द्वारा की जाने वाली गलत बुकिंग पर कड़ा नियंत्रण होगा।
एजेंटों के लिए भी नए नियम लागू
रेलवे ने एजेंट्स के लिए भी तत्काल टिकट बुकिंग के नियम कड़े किए हैं। अब AC कोच की तत्काल बुकिंग सुबह 10 बजे से शुरू होगी, लेकिन एजेंट्स को 10:30 बजे तक बुकिंग करने की अनुमति नहीं होगी। इसी तरह स्लीपर क्लास की तत्काल बुकिंग सुबह 11 बजे से शुरू होगी, जिसमें एजेंट्स 11:30 बजे तक बुकिंग नहीं कर पाएंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि टिकट बुकिंग में आम यात्रियों को प्राथमिकता मिले।
वेटिंग टिकट की संख्या पर अब सख्त लिमिट
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए वेटिंग टिकट की संख्या पर भी सीमा तय कर दी है। अब किसी भी ट्रेन में कुल टिकट का अधिकतम 25 प्रतिशत वेटिंग टिकट के तौर पर ही जारी किया जाएगा। इससे यात्रियों को अधिक कंफर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी और वेटिंग की समस्या कम होगी।
AI और मशीन लर्निंग के साथ PPM सिस्टम
रेलवे ने वेटिंग टिकट और बुकिंग प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए PPM (Passenger Profile Management) सिस्टम को अपनाया है। इस सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) की मदद से यात्रियों के डाटा का विश्लेषण किया जाता है। इसके आधार पर रेलवे यह तय करता है कि किस ट्रेन में वेटिंग टिकट की संख्या कितनी रखनी है। इससे टिकट कैंसिलेशन और बुकिंग के पैटर्न समझने में आसानी होती है।
टिकट कैंसिलेशन के आधार पर वेटिंग टिकट की संख्या तय होगी
रेलवे का मानना है कि जिन ट्रेनों में टिकट कैंसिलेशन की संख्या ज्यादा होती है, वहां वेटिंग टिकट की लिमिट थोड़ी ज्यादा रखी जाएगी ताकि यात्री सुविधाजनक सफर कर सकें। वहीं जिन ट्रेनों में कैंसिलेशन कम होता है, वहां वेटिंग टिकट की संख्या भी कम रखी जाएगी। इस कदम से यात्रियों को ज्यादा कंफर्म टिकट मिलेगा और सफर में परेशानी कम होगी।
नया नियम यात्रियों के लिए कैसे फायदेमंद?
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ज्यादा पारदर्शिता: OTP सिस्टम से टिकट बुकिंग पूरी तरह पारदर्शी होगी।
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टिकट दलालों पर रोक: फर्जी बुकिंग और टिकट बिचौलियों को रोकने में मदद मिलेगी।
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साधारण यात्रियों को प्राथमिकता: एजेंट्स को शुरुआती आधे घंटे के लिए बुकिंग से रोककर यात्रियों को मौका मिलेगा।
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वेटिंग टिकट कम: टिकट कैंसिलेशन के अनुसार वेटिंग टिकट की संख्या सीमित रहने से ज्यादा कंफर्म टिकट मिलेंगे।
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तकनीक से सुधार: AI और ML तकनीक से यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने का प्रयास।
यात्रियों को क्या करना होगा?
जो यात्री तत्काल टिकट बुक करना चाहते हैं, उन्हें IRCTC पर अपना अकाउंट आधार नंबर से लिंक कराना होगा। मोबाइल नंबर भी सही ढंग से रजिस्टर्ड होना चाहिए, क्योंकि OTP उसी पर आएगा। बिना आधार वेरिफिकेशन वाले अकाउंट से तत्काल टिकट बुकिंग अब संभव नहीं है।