जंग रुकने के बाद ईरान ने कहा- ''दिल से Thank You भारत'', भारतीयों ने बढ़ाया हौसला
punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 06:20 PM (IST)

International Desk: ईरान ने इज़राइल के साथ हाल ही में हुए संघर्ष में मिली 'नैतिक जीत' पर भारत को धन्यवाद कहा है। 13 जून से 24 जून तक चले 12 दिवसीय युद्ध के बाद तेहरान स्थित ईरानी दूतावास ने एक आधिकारिक बयान जारी कर भारत के नागरिकों, राजनीतिक दलों, धार्मिक नेताओं, मीडिया और सामाजिक संगठनों के समर्थन के प्रति आभार प्रकट किया है। ईरानी दूतावास ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावनात्मक पोस्ट करते हुए लिखा "इस्लामिक गणराज्य ईरान का दूतावास ईरानी राष्ट्र की जीत के अवसर पर भारत के सभी स्वतंत्रता-प्रेमी नागरिकों, राजनीतिक दलों, सांसदों, गैर-सरकारी संगठनों, धार्मिक नेताओं, मीडिया, सामाजिक कार्यकर्ताओं और संस्थानों को हार्दिक धन्यवाद देता है, जिन्होंने हाल के दिनों में ईरान का मजबूती से समर्थन किया।"
12 दिन चला युद्ध
13 जून को शुरू हुआ ईरान-इज़राइल युद्ध 24 जून को संघर्षविराम के साथ समाप्त हुआ। इस दौरानइज़रायल ने ईरान के प्रमुख सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें Fordow, Natanz और Isfahan शामिल थे।अमेरिका ने भी अपने Bunker-Buster बमों के ज़रिए ईरान के कुछ गुप्त परमाणु स्थलों पर हमले किए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से अंततः युद्धविराम संभव हुआ, लेकिन कुछ देर तक रुक-रुक कर हमले जारी रहे।
Statement of the Embassy of the Islamic Republic of Iran in New Delhi
— Iran in India (@Iran_in_India) June 25, 2025
On the occasion of the Iranian nation's victory in the face of military aggression by the Zionist regime and the United States, the Embassy of the Islamic Republic of Iran in New Delhi extends its heartfelt…
भारत का रुख: ‘तनाव कम करें’
भारत सरकार ने इस युद्ध को लेकर आधिकारिक बयान में चिंता जताई और तनाव कम करने की अपील की। विपक्षी दल कांग्रेस के कई नेताओं ने ईरान के पक्ष में बयान दिए और युद्ध को एकतरफा कार्रवाई बताया। सोशल मीडिया पर भी बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों ने ईरान के साथ एकजुटता दिखाई और #IndiaWithIran जैसे ट्रेंड्स चले।
‘भारत की आवाज़ शांति और न्याय की प्रतीक’
जंग रुकने के बाद ईरान ने कहा- 'दिल से Thank You भारत' " भारतीयों द्वारा जताया गया समर्थन, शांति प्रयासों में भागीदारी, और अन्याय के खिलाफ उठाई गई आवाज़, अंतरराष्ट्रीय न्याय और मानवाधिकारों के प्रति एक जागरूक विवेक का परिचायक है। यह ईरानी जनता के लिए साहस और आशा का स्रोत बना।" राजनयिक जानकारों के अनुसार, यह बयान उस वक्त आया है जब भारत ‘मध्य पूर्व संकट’ में संतुलित कूटनीति अपना रहा है। ईरान का यह सार्वजनिक धन्यवाद यह दर्शाता है कि भारत की सामाजिक चेतना और नागरिक समाज की अंतरराष्ट्रीय मामलों में भूमिका अब वैश्विक पटल पर असर डाल रही है।