अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाने के पीछे है ये खास कारण, जानें क्या है साल 2022 की थीम ?

Tuesday, Jun 21, 2022 - 01:41 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर  न सिर्फ भारत बल्कि  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र  भी योग के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभों और जीवन  में इसके योगदान का जश्न मनाने  को तैयार हैं। नियमित योग अभ्यास सभी उम्र के लोगों को के लिए लाभकारी होता है। इससे  गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) को रोकने और नियंत्रित करने  में मदद मिलती है।  पिछले साल, WHO ने GAPPA को लागू करने पर एक क्षेत्रीय रोडमैप लॉन्च किया, जो सदस्य राज्यों को 2030 तक योग  के लिए नीतियों को पहचानने और लागू करने में मदद करेगा। भारत में  स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रियों ने शारीरिक गतिविधि को सुविधाजनक बनाने सहित, स्कूलों में व्यापक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को बढ़ाने के लिए कॉल टू एक्शन जारी किया है।   

2022 योग दिवस की थीम
COVID-19  के दौरान, योग ने सभी देशों और संस्कृतियों के करोड़ों लोगों को स्वस्थ और अच्छी तरह से रहने में मदद की  और इस बात पर प्रकाश डाला कि योग पूरी मानवता के लिए है ।   इस योग दिवस की थीम 'मानवता के लिए योग'  कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए चुनी गई है, क्योंकि कोरोना महामारी से ना सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा है बल्कि चिंता, अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याएं भी हुईं । ये समस्याएं मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। वहीं योग करने से मात्र शरीर को स्वस्थ रखना या फिर दिमाग व शरीर के बीच संतुलन बनना नहीं है, बल्कि दुनिया में मानवीय रिश्तों के बीच संतुलन बनना भी है। 

21 जून को योग दिवस मनाने के पीछे दो कारण
हर साल 21 जून को योग दिवस मनाने के पीछे दो कारण मुख्य कारण है, जिसमें से पहला कारण यह है कि साल के इस दिन सूर्य की किरणें सबसे ज्यादा देर तक धरती पर रहती हैं. जिसको प्रतीकात्मक रूप से मनुष्य के स्वास्थ्य और जीवन से जोड़ा जाता है. वहीं, दूसरा कारण यह भी माना जाता है कि 21 जून को ग्रीष्म संक्राति को सूर्य दक्षिणायन हो जाता है और इसके बाद आने वाली पूर्णिमा को भगवान ने शिव ने अपने सात शिष्यों को पहली बार योग की दीक्षा दी थी. हालांकि, यह कारण पौराणिक और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है.

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस और इसका महत्व 
 बता दें कि 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में भाषण देते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को सिर्फ 3 महीने के अंदर बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग दिवस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया और 21 जून 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। योग दिवस की शुरुआत 2015 को हुई थी, जिसके बाद हर साल 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाता है।  योग हमारी संस्कृति और जड़ों से जुड़ा हुआ है। इसलिए स्वस्थ और खुशहाल बनने के लिए योग काफी असरदार होता है। भारत के साथ आज पूरी दुनिया योग की ताकत को मानती है 

Tanuja

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