Instagram का 'AI जासूस'! अब नहीं चल पाएगी चालबाजी, बच्चों की झूठी उम्र का खुलेगा राज
punjabkesari.in Tuesday, Apr 22, 2025 - 12:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क। बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर सोशल मीडिया के बढ़ते खतरे को देखते हुए इंस्टाग्राम ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब यह लोकप्रिय प्लेटफॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से यह पता लगाएगा कि किशोर अपनी उम्र के बारे में सही जानकारी दे रहे हैं या नहीं। इतना ही नहीं एआई यह भी नजर रखेगा कि टीनएजर्स इंस्टाग्राम पर किस तरह का कंटेंट देख रहे हैं।
दरअसल कई देशों में बच्चों के लिए सोशल मीडिया को सुरक्षित बनाने के लिए उम्र सत्यापन के नए कानून बनाने की तैयारी चल रही है। हालांकि मेटा जैसी कंपनियां चाहती हैं कि इसकी जिम्मेदारी ऐप स्टोर पर डाली जाए। इन चुनौतियों के बीच इंस्टाग्राम ने खुद ही बच्चों की सुरक्षा को मजबूत करने का फैसला किया है।
मेटा पहले से ही लोगों की उम्र का अंदाजा लगाने के लिए एआई का इस्तेमाल करता रहा है। अब इंस्टाग्राम उन सभी अकाउंट्स पर खास नजर रखेगा जिन पर किशोर होने का शक है भले ही उन्होंने साइन-अप करते समय गलत जन्मतिथि क्यों न डाली हो। अगर एआई को लगता है कि कोई यूजर अपनी असली उम्र छिपा रहा है तो उसका अकाउंट अपने आप 'टीन अकाउंट' में बदल दिया जाएगा।
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टीन अकाउंट वयस्क अकाउंट के मुकाबले कहीं ज्यादा सुरक्षित होते हैं। ये अकाउंट डिफ़ॉल्ट रूप से प्राइवेट रखे जाते हैं। इसका मतलब है कि किशोर सिर्फ उन्हीं लोगों को प्राइवेट मैसेज भेज सकते हैं जिन्हें वे फॉलो करते हैं या जिनसे वे पहले से जुड़े हुए हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं इंस्टाग्राम पर अब झगड़े वाले वीडियो या ऐसी पोस्ट जो कॉस्मेटिक सर्जरी जैसी चीजों को बढ़ावा देती हैं उन्हें किशोरों के लिए सीमित कर दिया जाएगा। अगर कोई किशोर 60 मिनट से ज्यादा समय तक इंस्टाग्राम पर एक्टिव रहता है तो उसे एक अलर्ट मिलेगा ताकि वह ब्रेक ले सके। इसके अलावा रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक 'स्लीप मोड' अपने आप शुरू हो जाएगा। इस दौरान सभी नोटिफिकेशन बंद रहेंगे और डायरेक्ट मैसेज का ऑटो-रिप्लाई भेजा जाएगा।
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मेटा के अनुसार एआई यूजर्स की गतिविधियों को देखकर उनकी उम्र का अनुमान लगाएगा। यह देखेगा कि अकाउंट कब बनाया गया था यूजर किस तरह का कंटेंट देखता या पसंद करता है और उसकी प्रोफाइल में क्या जानकारी दी गई है। कंपनी माता-पिता को भी एक मैसेज भेजेगी जिसमें उन्हें सलाह दी जाएगी कि वे अपने बच्चों से सही उम्र बताने के महत्व पर बात करें।
वहीं कहा जा सकता है कि इंस्टाग्राम का यह नया 'एआई कवच' निश्चित रूप से बच्चों को सोशल मीडिया के संभावित नुकसान से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नई तकनीक किशोरों के लिए ऑनलाइन दुनिया को कितना सुरक्षित बना पाती है।