नई पहल: दिल्ली की जेलों में बंद कैदियों को मिलेगा अतिथि-सत्कार का प्रशिक्षण

Sunday, Oct 20, 2019 - 08:08 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली की जेलों में बंद 1000 से अधिक कैदियों को एक साल के भीतर अतिथि-सत्कार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इस नई पहल का मकसद जेल से रिहा होने के बाद नया जीवन शुरू करने में उनकी मदद करना है। एक वरिष्ठ जेल अधिकारी के अनुसार इस बारे में जेल विभाग और स्वयंसेवी संगठन'प्राइमेरियो' के बीच सितंबर के पहले सप्ताह में सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। अधिकारियों ने बताया कि चूंकि ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, इसलिए प्रशिक्षण कक्षाएं जल्द ही शुरू हो जाएंगी। 


महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने बताया कि जेल प्रशासन का यह काम भी है कि वह जेल से रिहा होने के बाद कैदियों को एक नया जीवन शुरू करने में मदद करे। गोयल ने बताया, ‘जेल परिसर के अंदर सोमवार से शुक्रवार तक दो से तीन घंटे की पांच दिवसीय कक्षाएं होंगी। हमारा उद्देश्य इस कार्यक्रम के तहत 1,020 कैदियों को प्रशिक्षित करना है। कक्षाओं का संचालन दोपहर के भोजन से पहले और बाद में किया जाएगा। प्रत्येक बैच में 30 कैदी होंगे।'

दिल्ली की विभिन्न जेलों में 16 हजार से अधिक कैदी हैं। अधिकारी ने कहा कि यह तीन महीने का कोर्स होगा और 70 फीसदी प्रशिक्षित कैदियों को रिहा होने के बाद रोजगार मिलेगा। यह पहली बार नहीं है कि दिल्ली की जेलों ने अपने कैदियों के कौशल प्रशिक्षण का कार्यक्रम बनाया है। इससे पहले जेल अधिकारियों ने 'संजीवनी' परियोजना शुरू की थी, जहां 1,000 से अधिक कैदियों को योग शिक्षकों के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना की शुरुआत 23 जनवरी को हुई थी। इसके लिए पिछले साल दिसंबर में जेल विभाग और मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग (एमडीएनआईवाई) के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। 

shukdev

Advertising