हिन्दी भाषा को लेकर इंद्रेश कुमार ने शशि थरूर पर साधा निशाना

Wednesday, Jan 10, 2018 - 07:15 PM (IST)

नई दिल्ली: हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र में आधिकारिक भाषा बनाने के सरकार के प्रयास पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के सवाल उठाने पर आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस प्रकार का सवाल ऐसे ही लोग उठाते है जिन्होंने पिछले 60 वर्षो में देश को लूटने और तोडऩे का काम किया । इंद्रेश कुमार ने एक समारोह में कहा कि हिन्दी एक ऐसी माला है जिसके साथ तमिल, तेलगू, मलयालम, पंजाबी, डोगरी सहित अन्य मातृभाषाएं गर्व एवं स्वामिभान करती है। उन्होंने कहा कि यह विचार ठीक नहीं है कि हिन्दी पढ़ें तो खतरा है और अंग्रेजी पढ़ें तो खतरा नहीं है।  

अंग्रेजी भषा गुलामी का प्रतीक
आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकरणी के सदस्य ने कहा कि अंग्रेजी जोडऩे वाली भाषा नहीं बल्कि यह गुलामी का प्रतीक है। कुमार ने कहा कि भारत में अनेक मातृभाषाएं है, ये सभी एक माला में एकजुट रहें, यह वक्त की जरूरत है। इंद्रेश से शशि थरूर के संसद के शीतकालीन सत्र में पूछे गए एक सवाल के बारे में प्रश्न किया गया था। संसद के हाल में सम्पन्न शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल में पूरक प्रश्न पूछते हुए कांग्रेस सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा था कि हमें संयुक्त राष्ट्र में अधिकारिक भाषा की क्या जरूरत है? विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने थरूर के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि हिंदी को कई देशों में भारतीय प्रवासी भी बोलते हैं। यह कहना कि हिंदी केवल भारत में बोली जाती है, यह आपकी‘अज्ञानता’है।

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