''PM मोदी और शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद भारत-चीन ​के रिश्ते हुए मजबूत''

Friday, Jan 04, 2019 - 06:35 PM (IST)

बीजिंग: चीन ने शुक्रवार को कहा कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच वुहान शिखर वार्ता के बाद भारत के साथ व्यावहारिक सहयोग को गति मिली है। उन्होंने कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के समय में दोनों देशों के अधिकारों को बनाए रखने के लिए वह भारत के साथ काम करने को तैयार है।

सभी क्षेत्र में बढ़ा आदान-प्रदान 
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वुहान में राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच अनौपचारिक वार्ता से द्विपक्षीय संबंधों में नयी संभावनाओं का द्वार खुला। चीन-भारत संबंध को लेकर एक सवाल पर लू ने कहा कि आप देख सकते हैं कि दोनों नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन के अंतर्गत चीन-भारत संबंधों में प्रगति हुई है। सभी क्षेत्र में उच्च स्तरीय आदान-प्रदान बढ़ा है और व्यावहारिक सहयोग को गति मिली है।

दुनिया अनिश्चितता का कर रही सामना
लू ने कहा कि स्वस्थ एवं स्थिर चीन-भारत संबंध दोनों देशों और लोगों के हितों को पूरा करता है और विश्व शांति तथा प्रगति में योगदान देता है। उन्होंने कहा कि दुनिया अनिश्चितता और अस्थिरकारी कारकों का सामना कर रही है। ऐसी पृष्ठभूमि में चीन अंतरराष्ट्रीय मामलों में समन्वय और संवाद बढ़ाने को इच्छुक है तथा संयुक्त रूप से हमारे दोनों देशों और विकासशील देशों के वैध अधिकार और हितों को बरकरार रखा है।     

सुषमा स्वराज और वांग यी ने भी की थी मुलाकात 
प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देश मतभेदों को विवाद नहीं बनने दे सकते और सभी क्षेत्रों में आपसी और लाभकारी सहयोग के लिए द्विपक्षीय वार्ता तंत्र का इस्तेमाल करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले महीने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने नये प्रारूप के तहत नयी दिल्ली में समग्र वार्ता की थी और सांस्कृतिक तथा लोगों के आपसी संवाद को बढ़ाने के लिए सहयोग के दस आधार पर सहमत हुए थे।     
 

vasudha

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