चीन से तनाव के बीच भारत- ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं ने हिंदमहासागर में किया युद्धाभ्यास

Wednesday, Sep 23, 2020 - 09:05 PM (IST)

नई दिल्लीः लद्दाख में एलएसी चीन के साथ तनाव के बीच भारत और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं ने बुधवार को हिन्द महासागर में दो दिन तक चलने वाले एक बड़े सैन्य अभ्यास की शुरुआत की जिसमें कई तरह के नौसैन्य कौशल अभियानों, विमान विध्वंसक कवायद और हेलीकॉप्टर अभियान शामिल हैं। अपने संबंधों को समग्र रणनीतिक भागीदारी में तब्दील करने और जून में साजो-सामान संबंधी मदद के लिए एक-दूसरे के सैन्य प्रतिष्ठानों के इस्तेमाल संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह पहला बड़ा सैन्य अभ्यास है।

भारत ने इसी तरह के समझौते पर अमेरिका, फ्रांस, सिंगापुर और जापान के साथ भी हस्ताक्षर किए हैं। नौसैन्य अभ्यास ऐसे समय हो रहा है जब भारत पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के चलते हिन्द महासागर क्षेत्र में अपने युद्धपोतों की तैनाती बढ़ रहा है। हिन्द महासागर रणनीतिक हितों के लिहाज से भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और यह क्षेत्र भारतीय नौसेना के व्यापक प्रभाव वाला माना जाता है। जून के महीने से भारतीय नौसेना का यह चौथा बड़ा द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है। नौसेना अमेरिका, जापान और रूस की नौसेनाओं के साथ पहले ही ऐसा अभ्यास कर चुकी है।

अधिकारियों ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने इस अभ्यास में एचएमएएस होबर्ट पोत को उतारा है जो इसका अग्रणी युद्धपोत है। वहीं, भारतीय नौसेना ने अपने स्टेल्थ फ्रिगेट आईएनएस सह्याद्रि और मिसाइलों से लैस युद्धपोत आईएनएस कार्मुक को इस सैन्य अभ्यास में उतारा है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा था कि यह सैन्य अभ्यास पारस्परिक संबंधों और तालमेल को मजबूत करने तथा एक-दूसरे के सर्वश्रेष्ठ तरीकों को अपनाने पर केंद्रित है।

Yaspal

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