IndiGo संकट! 'प्लीज मेरी बेटी को पैड दे दो'... चिल्ला-चिल्लाकर एयरपोर्ट स्टाफ से अपनी बेटी के लिए सेनेटरी पैड मांगने लगा पिता, पर कोई...
punjabkesari.in Saturday, Dec 06, 2025 - 11:14 AM (IST)
नेशनल डेस्क। देश में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा की बात तो बहुत होती है लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो (Video) ने एयरपोर्ट (Airport) जैसी हाई-फैसिलिटी वाली जगहों पर मानवीय संवेदनशीलता (Human Sensitivity) की कमी को उजागर किया है। इस वीडियो को देखकर किसी का भी दिल दहल सकता है जहां एक पिता अपनी बेटी के लिए सेनेटरी पैड मांगते हुए रोता नज़र आता है।
फ्लाइट देरी और पिता की बेबसी
यह वायरल वीडियो एक एयरपोर्ट से सामने आया जहां इंडिगो (IndiGo) की फ्लाइट में देरी (Flight Delay) की वजह से कई यात्री परेशान थे और स्टाफ से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच एक व्यक्ति भीड़ में चिल्ला-चिल्लाकर एयरपोर्ट स्टाफ से अपनी बेटी के लिए सेनेटरी पैड मांगने लगा। व्यक्ति बार-बार गुहार लगा रहा था कि "प्लीज मेरी बेटी को पैड दे दो, उसकी तबीयत खराब हो रही है," लेकिन उसकी बात कोई सुनने को तैयार नहीं था। सबसे हैरानी की बात यह थी कि चारों तरफ खड़े लोगों और एयरपोर्ट स्टाफ में से कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया।
"सिस्टर, मेरी बेटी को सेनेटरी पैड चाहिए…
— अपूर्व اپوروا Apurva Bhardwaj (@grafidon) December 5, 2025
नीचे से ब्लड गिर रहा है।
पिता रो रहा है।
फ़्लाइट टाइम पर नहीं चल रहा है,
सत्ता के नाम पर सट्टा चल रहा है।
अच्छे दिन आ गए…#अमृतकाल चल रहा है.#घोरकलजुग #IndigoDelay pic.twitter.com/J8YjPJB7qh
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
@grafidon नाम के अकाउंट से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'X' पर यह वीडियो सामने आते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। यूज़र्स ने एयरलाइन सिस्टम, एयरपोर्ट प्रशासन और समाज सभी की आलोचना की। एक यूज़र ने सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए कमेंट किया, "कैसा सिस्टम है ये जो इमरजेंसी में अपने कस्टमर की छोटी सी ज़रूरत भी पूरी नहीं कर सकता।" एक अन्य यूज़र ने पिता की मजबूरी पर दुख जताते हुए लिखा, "सोचो बाप कितना मजबूर होगा जो सबके सामने यह बात रख रहा है और एक भी व्यक्ति मदद के लिए आगे नहीं आया।" कई यूज़र्स ने इसे देश के लोकतंत्र और व्यवस्था की कड़वी सच्चाई बताया। यह वीडियो इंडिगो की लापरवाही और यात्रियों के प्रति असंवेदनशीलता (Insensitivity) का एक गंभीर उदाहरण है जिसने सुविधाओं से भरे माहौल में मानवीयता के अभाव को दिखा दिया है।
