भारत निवेश के लिए दुनिया का 5वां सबसे आकर्षक बाजार

Wednesday, Jan 24, 2018 - 05:22 AM (IST)

दावोस: निवेश के लिए भारत दुनिया का 5वां सबसे आकर्षक बाजार बन गया है। पिछले साल भारत छठे नंबर पर था। डब्ल्यू.ई.एफ. की वार्षिक बैठक के दौरान कंसल्टैंसी फर्म पी.डब्ल्यू.सी. की ओर से जारी ग्लोबल सी.ई.ओ. सर्वे के अनुसार 2018 में भारत ने जापान से 5वें सबसे आकर्षक बाजार की पोजीशन छीन ली। टॉप मार्कीट की रैंकिंग में अमरीका पहले नंबर पर बना हुआ है। 

सर्वे के अनुसार 46 प्रतिशत ग्लोबल सी.ई.ओ. ने अमरीका को निवेश के लिए सबसे आकर्षक बाजार माना है। वहीं चीन दूसरे (33 प्रतिशत) और जर्मनी (20 प्रतिशत) तीसरे नंबर पर है। 15 प्रतिशत सी.ई.ओ. के फेवर के साथ यू.के. चौथे और 9 प्रतिशत फेवर के साथ भारत 5वें नंबर पर है। पी.डब्ल्यू.सी. इंडिया  के चेयरमैन श्यामल मुखर्जी का कहना है कि मजबूत स्ट्रक्चरल रिफॉर्म के चलते पिछले एक साल में भारत बेहतर स्थिति में आया है। श्यामल मुखर्जी का कहना है कि हमारे अधिकांश क्लाइंट भारत में अपनी ग्रोथ को लेकर आशान्वित हैं। सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग, स्किलिंग से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रयास किए हैं। हालांकि इसके बावजूद, साइबर सिक्योरिटी और क्लाइमेट चेंज जैसी नई समस्याओं को लेकर क्लाइंट्स चिंताएं सामने आ रही हैं। 

उद्योग 4.0 से सामाजिक उथल-पुथल, आय असमानता बढ़ेगी 
भारत, दक्षिण अफ्रीका और चीन को आर्टिफिशल इंटैलीजैंस जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों की वजह से भविष्य में सामाजिक उथल-पुथल और आय असमानता का सामना करना पड़ सकता है। डेलॉयट ग्लोबल की एक शोध रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चौथी औद्योगिक क्रांति (उद्योग 4.0) से होने वाले बदलावों की अवधारणा को समझते हैं, लेकिन वे इस बात को लेकर निश्ंिचत नहीं हैं कि इन बदलावों का लाभ लेने के लिए उन्हें किस तरीके से काम करना चाहिए। डब्ल्यू.ई.एफ. की सालाना शिखर बैठक में कल ये निष्कर्ष जारी किए गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष रूप से तीन देशों (भारत 32 प्रतिशत), दक्षिण अफ्रीका (28 प्रतिशत) और चीन (23 प्रतिशत) में उद्योग 4.0 से सामाजिक उथल-पुथल और आय असमानता का सामना करेंगे।   

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