अमेरिका में मरीज ने भारतीय नर्स पर किया हमला, चेहरे की हड्डियां तोड़ीं व आंखों में घूंसे मारे, कहा-‘Indians are bad’
punjabkesari.in Wednesday, Mar 05, 2025 - 06:34 PM (IST)

Washington: अमेरिका में फ्लोरिडा के एक अस्पताल में भारतीय मूल की एक नर्स पर एक मरीज ने हमला कर दिया। आरोपी मरीज ने 67 वर्षीय नर्स के चेहरे पर कई बार घूंसा मारा जिससे उनकी आंखों की रोशनी जाने का खतरा है। स्थानीय मीडिया ने इस बारे में खबर दी। पुलिस ने बताया कि नर्स लीला लाल को लीलाम्मा लाल के नाम से भी जाना जाता है। फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में ‘पाम्स वेस्ट हॉस्पिटल' के मनोरोग वार्ड में 18 फरवरी को 33 वर्षीय मरीज स्टीफन एरिक स्कैंटलबरी ने लीलाम्मा लाल पर हमला किया जिससे ‘‘उनके चेहरे की हर हड्डी टूट गई''।
समाचार चैनल ‘WPTV डॉट कॉम' के अनुसार, स्थानीय अदालत में एक पुलिस अधिकारी ने गवाही दी कि एक वीडियो क्लिप में स्कैंटलबरी यह कहते हुए दिख रहा है, ‘‘भारतीय बुरे हैं'' और ‘‘मैंने अभी-अभी एक भारतीय डॉक्टर को पीटा है।'' समाचार चैनल ने बताया कि स्कैंटलबरी पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है और उस पर घृणा अपराध बढ़ाने का भी आरोप है। अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे कठोर दंड मिल सकता है। ‘डब्ल्यूपीटीवी डॉट कॉम' ने घटना के बाद बताया कि ‘पाम वेस्ट हॉस्पिटल' का संचालन करने वाले ‘एचसीए फ्लोरिडा हेल्थकेयर' ने कहा कि हमला ‘‘कुछ ही सेकंड के भीतर'' हुआ और ‘‘कई लोगों ने इसे देखा'' और कहा कि लाल को हेलीकॉप्टर से वेस्ट पाम बीच के सेंट मैरी मेडिकल सेंटर ले जाया गया।
Stephan Scantlebury made a racist remark: “Indians are bad” before attacking 67 yo Indian-origin nurse Leela Lal at a hospital in USA— while she was trying to help him. He fled after the attack, leaving her with shattered facial bones and possible blindness. This is hate crime. pic.twitter.com/1D38qNxn2X
— feminist sisyphus ⚢🐦🔥 (@femspov) March 4, 2025
WPTV ने कहा कि उसे एक दर्शक से एक वीडियो मिला, जिसमें संदिग्ध व्यक्ति पास की प्रमुख सड़क पर चलता दिख रहा है और वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि उसके सीने में ईसीजी लीड लगी हुई थी। वीडियो में अस्पताल के कर्मचारी और कानून प्रवर्तन अधिकारी उस व्यक्ति का व्यस्त राजमार्ग पर पीछा करते दिख रहे हैं जिन्होंने बाद में उसे हिरासत में ले लिया। अधिकारियों द्वारा दायर हलफनामे में लाल की चोट को ‘‘गंभीर'' बताया गया और कहा गया कि ‘‘पीड़िता के चेहरे की हर हड्डी टूट गई है और उनकी दोनों आंखों की रोशनी जाने की आशंका है।'' डब्ल्यूपीटीवी ने कहा कि पीड़िता चोट की गंभीरता के कारण जांच अधिकारियों को बयान देने में असमर्थ है। 18 फरवरी को लाल की पिटाई के मामले में "स्केंटलबरी को जेल में ही रखा गया है," न्यायाधीश हॉवर्ड कोट्स ने फैसला सुनाया है कि वह ‘‘समुदाय के लिए खतरा है।"
न्यूजपोर्टल ने कहा, "लाल पर मुक्कों से हमला करने के बाद, स्कैंटलबरी पाम्स वेस्ट अस्पताल से भाग गया। उसने वहां से गुजरने वाले ड्राइवरों से उसे लिफ्ट देने की विनती की। उसने दावा किया कि नर्सें उसे मारने की कोशिश कर रही थीं।" उसकी पत्नी, मेगन स्कैंटलबरी ने गुरुवार को उसकी हिरासत की सुनवाई में गवाही दी कि हमले से दो दिन पहले उसका पागलपन शुरू हुआ था। हालाँकि उसने यह भी कहा कि उसके पति में पहले कभी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ या आक्रामकता नहीं दिखाई थी। समाचार पोर्टल के इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर द्वारा प्राप्त अदालती रिकॉर्ड से पता चला कि 2018 में, स्कैंटलबरी को कनाडा के शार्लोटाउन में अपने ससुर के चेहरे पर मुक्का मारने और फिर उसके सिर पर कार की डिक्की से चोट पहुंचाने का दोषी ठहराया गया था।