जनकपुर-जयनगर रेलवे लाइन के ऑपरेशन की ट्रेनिंग देने नेपाल जाएंगे 26 भारतीय अधिकारी

Tuesday, Aug 25, 2020 - 05:03 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः दो एशियाई शक्तियों भारत और चीन में मची होड़ के बीच हिमालयी राष्ट्र नेपाल को तोहफे के रूप में मिली पहली आधुनिक जनकपुर-जयनगर रेलवे लाइन के ऑपरेशन के लिए भारत की मदद ली जाएगी।  दरअसल जनकपुर-जयनगर रेलवे लाइन के ऑपरेशन के लिए नेपाल के टेक्निशियन भारतीय अधिकारियों से ट्रेनिंग लेकर काम करेंगे। भारत से कुल 26 अधिकारी नेपाल आएंगे। इसके लिए नेपाल और भारतीय रेलवे बोर्ड के बीच एग्रीमेंट हुआ है। इसकी जानकारी नेपाल के रेल डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जनरल बलराम मिश्रा ने दी।

 

उन्होंने बताया, 'भारत और नेपाल के रेलवे डिपार्टमेंट के बीच ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस में हमने यह मांग रखी। नेपाल में विभिन्न पदों के लिए वैकेंसी है लेकिन कोई आवेदन इसके लिए नहीं आया। अभी के लिए हम भारत से अधिकारियों को ले आएंगे जो नेपाल के अधिकारियों को ट्रेनिंग भी देंगे।' नेपाल के रेलवे विभाग ने निश्चित समय के लिए भारतीय अधिकारियों की नियुक्ति के लिए पहले ही प्रक्रिया शुरू कर दी। नेपाल ने बजट के तौर पर 84.65 करोड़ नेपाली रुपयों का आवंटन किया है जिसमें से 20 फीसद भुगतान कर दिया गया है और 80 फीसद प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद किया जाएगा।

 

तब तक नेपाल ने निश्चित समय के लिए 1 सीनियर सेक्शन इंजीनियर, 8 स्टेशन मास्टर, 1 चीफ पावर कंट्रोलर, 1 चीफ लोको इंस्पेक्टर, 1 लोको पायलट, डिप्टी लोको पायलट, 1 सुपरवाइजर, 1 मेकैनिक्स 1 प्वाइंट मैन को मध्य सितंबर तक नियुक्त करने का फैसला लिया है। दक्षिणपूर्वी नेपाल के जनकपुर को बिहार के जयनगर से जोड़ने वाले 34 किलोमीटर लंबे रेल संपर्क के तैयार होने से कारोबार और तीर्थयात्रियों में और इजाफा होने की उम्मीद है।

 

उन्होंने  बताया कि रत की ओर से भी इस प्रोजेक्ट के लिए समर्थन मिला है और वे संसाधन मुहैया कराने को लेकर भी तैयार हैं ताकि जितनी जल्दी संभव हो रेल प्रोजेक्ट तैयार हो सके। हमने इसके लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है।' डिपार्टमेंट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को इसके लिए हरी झंडी दे दी गई है और कोविड-19 के हालात ठीक होने के बाद यह जल्दी ही पूरा हो जाएगा । 

Tanuja

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