उद्दयोग निकाय का दावा- इस सीज़न 20 लाख टन तक चीनी निर्यात कर सकती हैं भारतीय मिलें
punjabkesari.in Thursday, Dec 19, 2024 - 02:52 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारतीय चीनी मिल संघ के महानिदेशक दीपक बल्लानी ने मीडिया एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि, "आपूर्ति की स्थिति शुरुआती उम्मीद से बेहतर दिख रही है, यही वजह है कि सरकार को मिलों को कम से कम दस लाख या दो मिलियन टन चीनी निर्यात करने की अनुमति देनी चाहिए।" ब्राज़ील के बाद भारत दुनिया का दूसरा बड़ा उत्पादक है, जिसने 2022-23 सीजन के लिए इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। पीएम मोदी की सरकार द्वारा दूसरी बार प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि देश इस समय कम उत्पादन की समस्या से जूझ रहा है।
अक्टूबर से सितंबर तक भारत का चीनी का सीज़न होता है। वहीं भारत में 2024-25 सीजन में रिकॉर्ड मात्रा में चीनी उत्पादन होने की संभावना है। बल्लानी ने कहा, "चूंकि गन्ने की बुआई मजबूत रही है, इसलिए अगले साल उत्पादन काफी मजबूत रहने की उम्मीद है।" उन्होंने कहा, "काफी अधिक उत्पादन की उम्मीद में, चीनी की कीमतों में गिरावट आई है और कम से कम 1-2 मिलियन टन निर्यात की अनुमति से मिलों को कम कीमतों से जूझने में मदद मिलेगी।"
भारत में चीनी की कीमतें पर्याप्त आपूर्ति के कारण पिछले डेढ़ साल में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे मिलों के लिए किसानों को गन्ने का मूल्य भुगतान करना कठिन हो गया है। बल्लानी ने बताया कि चीनी की कीमतें मिलों की उत्पादन लागत, जो 41,000 रुपये ($482.90) प्रति टन है, से काफी कम हो गई हैं। उन्होंने अनुमान जताया कि भले ही सरकार हमें 2 मिलियन टन चीनी निर्यात करने की अनुमति दे, फिर भी 1 अक्टूबर, 2025 को अगले सीजन की शुरुआत में हमारे पास 5.6 मिलियन टन चीनी का अधिशेष होगा।