PAK बॉर्डर पर बढ़ेगा भारत का दबदबा, सेना के बेड़े में शामिल होंगे 464 नए टी-90 'भीष्म' टैंक

Tuesday, May 07, 2019 - 10:27 AM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय सेना की ताकत में और इजाफा होने जा रहा है। भारतीय सेना के बेड़े में 464 अतिरिक्त टी-90 'भीष्म' टैंक शामिल होंगे। मिली जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने 'भीष्म' के लिए रूस से 13,448 करोड़ रुपए का रक्षा सौदा किया है। भारतीय सेना को रूस से यह सारे टैंक साल 2022-2026 तक मिल जाएंगे। इंडियन आर्मी इन टैंकों को पाकिस्तान से सटी सीमा पर तैनात करेगी। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इन टैंकों को लेकर एक महीने पहले ही रूस से अधिग्रहण लाइसेंस को मंजूरी मिल गई है। 464 टी-90 टैंकों के उत्पादन के लिए इंडेंट (मांगपत्र) जल्द ही ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड के तहत चेन्नै के अवाडी हेवी वीइकल फैक्ट्री (एचवीएफ) में होगा।

टी-90 टैंक के लिए भारत ने कर ली तैयारी
यह नए टी-90 टैंक भारत में ही तैयार होंगे। इन नए टैंकों में रात में भी लड़ने की क्षमता होगी। भारत ने पहले से ही अपने टी-90 टैंकों के लिए अतिरिक्त लेजर-गाइडेड इन्वार मिसाइल और 125 मिमी APFSDS (आर्मपियरिंग फिन-स्टेबलाइज्ड डिसाइडिंग सॉबट) गोला-बारूद की खरीद की है। हालांकि, सेना का फ्यूचर रेडी लड़ाकू वाहन (FRCV) प्रोजेक्ट अभी शुरू नहीं हुआ है। नए टी-90 टैंक बनाने से पहले पुराने टी-72 टैंकों को बदलने के लिए शुरुआत में 1,770 एफआरसीवी बनाएं जाएंगे।

पाक चीन के साथ बनाना चाहता है टी-90 टैंक
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान भी रूस से ऐसे ही लगभग 360 टैंक हासिल करने के लिए एक समझौते पर चर्चा कर रहा है। रूस से टी-90 टैंक अधिग्रहित करके पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर इसे स्वदेशी रूप से बनाना चाहता है। बता दें कि भारतीय सेना के 67 बख्तरबंद रेजिमेंट में पहले से ही 1,070 टी-90 टैंक, 124 अर्जुन और 2,400 पुराने टी-72 टैंक मौजूद हैं। शुरुआती 657 टी-90 टैंक 2001 से रूस से 8,525 करोड़ रुपये में इंपोर्ट किए गए थे। अन्य 1000 टैंकों का लाइसेंस लेने के बाद इन्हें एचवीएफ ने रशियन किट से बनाया है।

Seema Sharma

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