भारतीय सेना के जज्बे को सलाम, 18 हजार फीट ऊंचाई में फसे हेलीकॉप्टर को निकाला बाहर
Thursday, Dec 27, 2018 - 12:28 AM (IST)
नेशनल डेस्क: आफत पर भारतीय सेना का हौसला एक बार फिर भारी पड़ गया। हमारे जवानों ने एक विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर भारत का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। दरअसल भारतीय सेना ने सियाचिन के ग्लेशियर में 18 हजार फीट ऊंचाई पर फंसे एक हेलीकॉप्टर को सुरक्षित निकाल लिया है। यह हेलीकॉप्टर पिछले 11 महीनों से यहां फसा हुआ था।
सेना के सूत्रों के अनुसार जनवरी में एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर 74 किलोमीटर लंबे सियाचिन ग्लेशियर में भारी बर्फबारी वाले इलाके में फंस गया था। यह हेलीकॉप्टर गश्ती पर था कि तभी इसमें खराबी आ गई थी और इसकी पास के खांडा नाम की पोस्ट पर इमर्जेंसी लैंडिंग कराई गई। पायलट हेलीकॉप्टर को बर्फ पर लैंड कराने में सफल रहा था लेकिन वह उसे हेलिपैड तक नहीं पहुंचा सका।
इस हेलीकॉप्टर को वहां से वापस लाने का कई बार प्रयास किया गया लेकिन हर बार असफलता ही हाथ लगी। हालांकि जुलाई में सेना का पायलट और तकनीशियनों की एक टुकड़ी हेलीकॉप्टर के क्षतिग्रस्त हिस्सों को दुरुस्त करने में सफल रही। इसके बाद इसे सफलतापूर्वक सियाचिन ग्लेशियर बेस कैंप लाया गया।
आर्मी के पूर्व एविएशन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल पी के भराली ने बताया कि 18 हजार फीट की ऊंचाई से इस हेलीकॉप्टर को रिकवर करना अपनी तरह का विश्व कीर्तिमान है क्योंकि भारत उन कुछ देशों में से एक है, जो इतनी ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करता है। भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले चीता और चेतक हेलीकॉप्टर 23 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरते हैं। यहां तक कि फ्रांस भी इतनी ऊचाई पर इनका इस्तेमाल नहीं करता है, जहां गलती करने की संभावना न के बराबर होती है।