ब्रिटेन के वैक्सीन रूल से भारत खफा, जयशंकर बोले- जल्द सुलझाया जाए क्वारंटीन नियमों का मुद्दा

Tuesday, Sep 21, 2021 - 01:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रुस के साथ अपनी बैठक के दौरान कोरोना संबंधी आइसोलेशन के मामले के ‘‘शीघ्र समाधान'' निकालने को कहा और अफगानिस्तान में हालात एवं हिंद प्रशांत में हालिया घटनाक्रम पर चर्चा की। जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्चस्तरीय 76वें सत्र में भाग लेने के लिए सोमवार को यहां पहुंचे। आने के कुछ ही देर बात उन्होंने नॉर्वे के विदेश मंत्री इने एरिकसन सोरीदे, इराक के विदेश मंत्री फुआद हुसैन और ब्रिटेन की नई विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक की।

 

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ब्रिटेन की नई विदेश मंत्री ट्रुस से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमने 2030 के रोडमैप की प्रगति पर चर्चा की। मैंने व्यापार के मामले में उनके योगदान की सराहना की। साथ क्वारंटीन नियमों पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। जयशंकर ने कहा कि क्वारंटीन नियमों को सुलझाने में ही आपसी हित है। जयशंकर और ट्रुस की बैठक ऐसे समय में हुई है, जब ब्रिटेन ने covid-19 संबंधी नए यात्रा प्रतिबंधों की घोषणा की है, जिसकी भारत ने तीखी आलोचना की है।

 

नए नियमों के अनुसार, ब्रिटेन में यह माना जाएगा कि कोविशील्ड की दोनों खुराक ले चुके लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है और उन्हें 10 दिन आइसोलेशन में रहना होगा। दरअसल, ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, एम्बर और हरे रंग की तीन अलग अलग सूचियां बनाई गई हैं। खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग-अलग सूची में रखा गया है। 4 अक्तूबर से सभी सूचियों को मिला दिया जाएगा और केवल लाल सूची बाकी रहेगी।

 

लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा। भारत अब भी एम्बर सूची में है। ऐसे में एम्बर सूची को खत्म करने का मतलब है कि केवल कुछेक यात्रियों को ही PCR जांच से छूट मिलेगी। जिन देशों के covid-19 टीकों को ब्रिटेन में मंजूरी होगी, उसमें भारत शामिल नहीं है। इसका मतलब यह है कि जो भारतीय सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड टीका लगवा चुके होंगे उन्हें अनिवार्य रूप से PCR जांच करानी होगी तथा तय पतों पर आइसोलेट होना होगा।

Seema Sharma

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