गुजरात में दिखा भारत का पहला ‘रहस्यमयी’ मोनोलिथ

Friday, Jan 01, 2021 - 06:47 PM (IST)

नेशनल डेस्कः पिछले 2 महीनों से दुनिया के कई इलाकों में रहस्यमयी मोनोलिथ लोगों में कौतूहल का विषय बना हुआ है। ये रहस्यमयी मोनोलिथ किसी भी जगह पर अचान दिखाई देने लगते हैं और कुछ दिन बाद उसी रहस्यमयी अंदाज में गायव हो जाते हैं। अमेरिका, यूरोप के अलावा ये दुनिया में कई जगह दिख चुके हैं। अब भारत में भी पहली बार इस तरह का मोनोलिथ दिखाई दिया है। गुजरात के अहमदाबाद के बगीचे में यह लोगों में कौतूहल बना हुआ है।

दो-ढाई महीने से पैदा कर रहे हैं परेशानी
पिछले साल अक्टूबर नवंबर के समय से अजीब से रहस्मयी चमकीले धातु के मोनोलिथ दिखाई देकर कुछ ही समय में गायब हो रहे हैं। अमेरिका, रोमानिया, ब्रिटेन, बेल्जियम, कई देशों में इस तरह के मोनोलिथ मिलने से लोगों को हैरानी और कौतूहल में डाल दिया है। लेकिन भारत में इसके नजर आने की वजह कुछ और ही है।

देखते ही फैली उत्सुकता
जहां दुनिया भर में इनके अचानक पैदा होने और गायब हो जाने की वजह अभी तक समाने नहीं आई है। अहमदाबाद के इस मोनोलिथ के बारे में पता चला है कि इसे एक निजी कंपनी ने स्थापित किया है। त्रिकोणीय प्रिज्म आकार की यह संरचना सात फुट लंबी है। अहमदाबाद के एसजी हाइवे के के बगीचे में जब लोगों ने इसे देखा तो इसे सुर्खियों में आते देर नहीं लगी।

कैसे आया यह मोनोलिथ
इस बगीचे की देखरेख अहमदाबाद नगर निगम और सिम्फोनी लिमिटेड के द्वारा संयुक्त रूप से की जाती है। यह पार्क अहमदाबाद के थालतेज इलाके में गुरुद्वारे के पास स्थिति है। इसका उद्घाटन हाल ही में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने किया था। इस मोनोलिथ को सिम्फनी लिमिटेड कंपनी ने ही स्थापित किया है और यह पार्क में आने जाने वाले लोगों के लिए ही स्थापित किया गया है।

सेल्फी भी ले सकते हैं लोग
अहमदाबाद नगर निगम के गार्डन विभाग के निदेशक जिग्नेश पटेल  का कहना है कि लोग इस आकृति की चमकीली सतह पर अपने चहेर देख सकते हैं और सेल्फी भी ले सकते हैं। इस तरह का पहला तीन सतहों की स्टील का मोनोलिथ अमेरिका के उटाह के रेगिस्तान में दिखाई देकर गायब हुआ था।  इसके बाद से इस तरह की आकृति तीस देशों में  दिखाई दे चुकी है।

नहीं की कोई औपचारिक घोषणा
अहमदाबाद के इस सिम्फनी फोरेस्ट पार्क में इस मोनोलिथ की स्थापना गुरूवार को 29 दिसंबर को हुई है। जिसके बाद से ही इस पार्क में लोगों का जमवाड़ा लग गया था। लोगों में कौतूहल बनाए रखने के लिए कंपनी ने इस बारे में कोई घोषणा नहीं की। बस 29 दिसंबर को ही पार्क के फेसबुक पेज पर इसकी कुछ तस्वीरें शेयर कर दीं।

 

 

Yaspal

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