भारत और अमरीका के पवेलियन, जहां उमड़ रही है ज्यादा भीड़

Monday, Mar 07, 2022 - 02:43 PM (IST)

दुबई में चल रहे वर्ल्ड एक्सपो का यह आखिरी महीना है। 31 मार्च को खत्म होने जा रहे वर्ल्ड एक्सपो में दुनियाभर से लोग जुट रहे हैं। खास बात यह है कि

अमरीका और भारत दो ऐसे पवेलियन हैं जहां अच्छा-खासा फुटफॉल हो रहा है। भारत तो खास है, अमरीका ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। एक नजर...

यू.एस.ए. पवेलियन
यू.एस.ए. पवेलियन के डिप्टी कमिश्नर जनरल मैथ्यू के. असाडा बताते हैं.. 'यूएसए पवेलियन का थीम 'Life, Liberty and the pursuit of the Future' है। इस पवेलियन में अमरीका की हिस्ट्री के साथ-साथ उन इनोवेशंस का भी जिक्र है जो दुनियाभर में सराही गईं। बता दें, इस पवेलियन में हमें जो सबसे खास लगा वो इसका मूविंग वॉकवे है। आपको उस मूविंग वॉकवे पर खड़े होना है, वह खुद-ब-खुद चलेगा और आपको पवेलियन की सैर कराएगा।

इंडिया पवेलियन
एक्सपो 2020 में भारत के पवेलियन को बेहद पसंद किया गया है। यह पवेलियन ओपननेस, ऑपरच्यूनिटी और ग्रोथ को दर्शाता है, जैसा कि इसका थीम भी है। इस पवेलियन में न्यू इंडिया की बात है। यहां 4 फ्लोर है और हर फ्लोर पर भारत का हर रंग दिखाया गया है। यहां आयुर्वेद, योग और स्पेस प्रोग्राम्स दिखाए गए हैं। इस बिल्डिंग का बाहरी हिस्सा 600 अलग-अलग ब्लॉक्स (सक्रीन्स) का बनाया गया है, जो कि रोटेट करते हैं।

सुस्वागतम् 
भारत के पवेलियन को बेहद पसंद किया गया है, बल्कि विदेशियों की भी हो रही है। अब तक भारत के पवेलियन में यहां बात सिर्फ 1.2 मिलियन भारतीयों की से ज्यादा नहीं हो रही है लोग विजिट कर चुके है।

600 रोटेटिंग स्क्रीन्स पर भारत की बात 
भारतीय पवेलियन की बिल्डिंग के फ्रंट पर 600 रोटेटिंग स्क्रीन्स लगाई गई है जो कि भारत के 75 साल के सफर को बयां करती है। इन स्क्रीन्स पर निरंतर परिवर्तन सहित भारत की कई अन्य कहानियां भी बया की जा रही हैं।

चांद से लाया टुकड़ा:
यहां पर चांद से लाया गया एक टुकड़ा रखा हुआ है, जिसे आप छू सकते हैं। इसी के साथ अंटार्किटका पर पाए गए मंगल के उल्कापिंड को भी यहां रखा है, जिसे आप देख सकते हैं। यहां पर अमरीका के नेशनल पार्क्स की भी जानकारी दी गई है।

पहला आईफोन
9 जनवरी 2007 में पेश किया गया पहला आईफोन भी यहां पर रखा जिसे आप देख सकते हैं।  

इंडिया इनोवेशन हब
सबसे अहम बात यह है कि एक्सपो 2020 दुबई खत्म होने के बाद, इंडिया का पवेलियन एक्सपो साइट में ही रहने वाला है, यानी कि इसे हटाया नहीं जाएगा। डॉ. अमन पुरी (कोसिल जनरल ऑफ इंडिया) ने पंजाब केसरी ग्रुप से खास बातचीत में बताया हम इसे इनोवेशन हब के तौर पर आगे बढ़ाने वाले हैं। यहां स्टार्ट-अप्स को जगह दी जाएगी। अब तक तकरीबन 400 स्टार्ट-अप अपने आइडियाज और प्रोजेक्ट्स को यहां पर शोकेस कर चुके हैं। एक्सपो के बाद भी यह पवेलियन स्टार्ट-अप्स के लिए खुला है। बता दें, एक्सपो साइट के बाहर एक बस भी खड़ी की गई है जिनमें हर दिन कोई न कोई स्टार्ट अप शोकेस किया जाता है।

कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी 
इंडियन पवेलियन के बाहर एक कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी का प्रोटोटाइप शोकेस किया गया है। इस प्रोटोटाइप को तैयार किया है ई-प्लेन कंपनी ने इस कंपनी को आईआईटी मद्रास एक प्रोफेसर सत्या चकवत ने अपने स्टूडेंट प्रांजल मेहता के साथ मिलकर बनाया है। इस फ्लाइंग टैक्सी का नाम है ई-200 और यह दुनिया का सबसे छोटा एयरक्राफ्ट होगा। सिंगल चार्ज पर 200 किलोमीटर तक चल सकेगा और वर्टीकल टेक ऑफ और लैंडिंग भी कर सकेगा।

मंगल पर गए रोवर का रैप्लिका
नासा ने मंगल पर खोज के लिए जो 'ऑपरच्यूनिटी' रोवर भेजा था, उसका रेप्लिका इस पवेलियन में देखा जा सकता है।

8 मिनट का लूपिंग शो है खास
इस पवेलियन में 8 मिनट का एक लूपिंग शो चलता है। यह शो पवेलियन की सीलिंग पर चलता है। आपको नीचे बैठना है या फिर आप लेटकर भी इसे देख सकते हैं। इस का नाम है 'द स्काई इज़ नो लॉन्गर द लिमिट

36 स्टेट्स का हर रंग
आर्ट, कल्चर, लिट्रेचर, सिनेमा या फिर खान-पान की बात हो इस पवेलियन में सब कुछ दिखाया गया है। हर स्टेट अपना-अपना कल्चर यहां पर दिखा रही है।


 

 

Anu Malhotra

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