चाय से लेकर तम्बाकू तक... इन चीजों की विदेश में बड़ी डिमांड
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 03:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क. भारत के कृषि निर्यात में मसाले, कॉफी, तम्बाकू और चाय जैसी प्रमुख फसलों का योगदान बढ़ा है। 2023-24 में इन फसलों का संयुक्त निर्यात करीब 16 प्रतिशत था, जबकि 2024-25 में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 17.1% हो गई है। इस वृद्धि के साथ इनका निर्यात 7.82 अरब डॉलर से बढ़कर 9.16 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
कैसे आई यह वृद्धि?
वाणिज्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में मसालों का निर्यात 4.7 प्रतिशत बढ़कर 4.45 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल 4.25 अरब डॉलर था। चाय का निर्यात भी बढ़ा है, जो 0.83 अरब डॉलर से बढ़कर 0.92 अरब डॉलर हो गया, यानी इसमें 10.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तम्बाकू का निर्यात 36.6 प्रतिशत बढ़कर 1.98 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इसी तरह कॉफी का निर्यात 1.29 अरब डॉलर से बढ़कर 1.81 अरब डॉलर हो गया, जो 40.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
दुनिया में तम्बाकू की बढ़ती मांग
तम्बाकू निर्यात पर टिप्पणी करते हुए एक विशेषज्ञ ने कहा कि 2014-15 में तम्बाकू का निर्यात 0.88 अरब डॉलर से 0.98 अरब डॉलर के बीच था। 2022-23 में यह पहली बार 1 अरब डॉलर को पार किया और अब 2 अरब डॉलर के करीब पहुंच चुका है, जो दर्शाता है कि भारत के तम्बाकू की दुनिया में बढ़ती मांग है।
कुल निर्यात में वृद्धि
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस साल मार्च में भारत का वस्तु निर्यात 0.7 प्रतिशत बढ़कर 41.97 अरब डॉलर तक पहुंच गया। वहीं मार्च में आयात में 11.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जो 63.51 अरब डॉलर तक पहुंच गया। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का निर्यात महज 0.08% बढ़कर 437.42 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात 6.62% बढ़कर 720.24 अरब डॉलर हो गया, जिससे व्यापार घाटा भी बढ़ा है।
निर्यात को मिली गति
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक, औषधि, कपड़े, चावल, सूती धागे, प्लास्टिक, कॉफी, मसाले, चाय और तम्बाकू जैसे क्षेत्रों से निर्यात को बढ़ावा मिला है। इंजीनियरिंग का निर्यात 2024-25 में 116.67 अरब डॉलर रहा, जो 2023-24 में 109.3 अरब डॉलर था। इलेक्ट्रॉनिक निर्यात 38.38 अरब डॉलर और औषधि निर्यात 30.47 अरब डॉलर रहा।