मोदी-नवाज के लिए दोस्ती की राह पर आगे बढऩा नहीं है आसान, रास्ते में खड़ी हैं ये 5 दीवारें

Friday, Jun 09, 2017 - 12:52 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच चरम तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में अनौपचारिक मुलाकात हुई। दोनों नेता यहां शंघाई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं। सूत्रों के अनुसार शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर अस्ताना आपेरा में कंसर्ट के दौरान दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ और मोदी ने शरीफ से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मोदी ने उनकी मां और अन्य परिजनों का भी हालचाल पूछा। इस राह में 5 बड़ी ऐसी मुश्किले हैं जिनसे साबित होता है कि आज के हालात में दोस्ती की राह पर आगे बढ़ पाना दोनों नेताओं के लिए संभव नहीं है।


जाधव केस को लेकर रिश्ते हुए खराब 
पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब होते दिखाई दे रहे हैं। हांलाकि अंतरराष्ट्रीय अदालत ने सुनवाई पूरी होने तक फांसी पर रोक लगाकर पाकिस्तान को झटका दे दिया है। इसलिए जाधव का मामला भी दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू करने के रास्ते में रोड़ा बना हुआ है। 

 घुसपैठ की बढ़ी घटनाएं
बॉर्डर पर पाक की और से घुसपैठ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।  पिछले 48 घंटे में एलओसी पर 4 जगह घुसपैठ की कोशिशें हुईं जिनमें 7 पाकिस्तानी आतंकी मारे जा चुके हैं।  नौगाम-पुंछ-नौशेरा-माछिल समेत कई इलाकों से पाकिस्तान लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहा है लेकिन मुस्तैद सेना के जवान लगातार इन कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं। 

पाकिस्तान में सेना का दखल
दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब करने में पाक सेना ने मुख्य भूमिका निभाई है। नवाज शरीफ जब भी भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हैं तो उसमें सेना की ओर से बाधा डलने लगती है। मोदी-नवाज मुलाकात के बाद पठानकोट-उरी हमले ने दोनों देशों की वार्ता को पटरी से उतार दिया। पाकिस्तानी सेना भी दोस्ती के रास्ते में एक बड़ा रोड़ा है। 

पाकिस्‍तान रच रहा है भारत के खिलाफ आतंक की साजिश
जम्‍मू-कश्‍मीर में इन दिनों हालात काफी नाजुक हैं। पाकिस्‍तान लगातार भारत के खिलाफ आतंक की साजिश रच रहा है। कई ऐसे खुलासे हो रहे हैं जिसमें पता चला है कि पाकिस्तान की और से कश्मीरी पत्थरबाजों को पैसे दिए जा रहे हैं। इससे पाकिस्तान के चेहरे को और दागदार कर दिया है। ऐसे में नवाज और मोदी की दोस्ती की गाड़ी आगे कैसे बढ़ेगी इसको लेकर सवाल खड़े हो होते हैं। 


चीन-पाकिस्तान की बढ़ती दोस्ती
चीन-पाकिस्तान की बढ़ती दोस्ती ने भी दोनों देशों के रिश्तों में काफी हद तक खटास पैदा की है। चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर, पाकिस्तान में चीन के बढ़ते आर्थिक हित भी अब दोस्ती के रास्ते में एक रोड़ा है। पाकिस्तानी आतंकियों पर बैन के रास्ते में चीन अपने वीटो का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी सेना और जनता को खुश करता है। इसके साथ ही एनएसजी में भारत की सदस्यता के रास्ते में भी चीन मुसीबत खड़ी कर रहा है। 

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