एशिया कप से जुड़ी बड़ी खबर आई सामने, भारतीय टीम लेगी ये फैसला
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 08:43 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए हाई-वोल्टेज मुकाबले ने क्रिकेट मैदान को राजनीतिक तनाव का मैदान बना दिया है। सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से दूरी बनाए रखी और मैच के बाद बिना हाथ मिलाए पवेलियन लौट गई। अब खबर ये सामने आ रही है अगर भारत 28 सितंबर को फाइनल में पहुंचती है और जीत जाती है। जिसकी संभावना काफी हद तक है भी तो खिलाड़ी एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी के साथ प्रेजेंटेशन मंच साझा नहीं करेंगे। यह फैसला पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों को देखते हुए लिया गया है।
हाथ न मिलाने से भड़का विवाद
प्रैक्टिस सेशन और मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने सलमान आगा की कप्तानी वाली पाकिस्तानी टीम से अदावट दिखाई। मैच के बाद हाथ न मिलाने की घटना ने विवाद को भड़का दिया। सूर्यकुमार यादव ने जीत को पहलगाम हमले के पीड़ितों और भारतीय सेना को समर्पित करते हुए कहा कि यह जीत राष्ट्र के सम्मान के लिए है। इस हरकत से नाराज पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा प्रेजेंटेशन सेरेमनी में शामिल ही नहीं हुए।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) में शिकायत दर्ज कराई है। PCB का आरोप है कि रेफरी ने क्रिकेट की भावना का पालन नहीं कराया।
मोहसिन नकवी के साथ मंच नहीं साझा करेगी टीम इंडिया
अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि अगर भारतीय टीम एशिया कप का खिताब जीतती है, तो क्या वह एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी ग्रहण करेगी? समाचार एजेंसी PTI के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, भारतीय टीम ऐसा नहीं करेगी। यदि भारत 28 सितंबर को फाइनल में पहुंचता है, तो खिलाड़ी नकवी के साथ प्रेजेंटेशन मंच साझा नहीं करेंगे। यह फैसला पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों को देखते हुए लिया गया है, जिससे नकवी की भी किरकिरी हो सकती है।
21 सितंबर को सुपर-4 में फिर भिड़ंत की संभावना
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच सुपर-4 स्टेज में 21 सितंबर को एक और मुकाबला प्रस्तावित है। हालांकि, इसके लिए पाकिस्तान को अगले दौर में क्वालीफाई करना होगा। UAE में होने वाले उसके अगले मैच में पाकिस्तान को ज्यादा परेशानी नहीं होनी चाहिए। यदि दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती हैं, तो यह भिड़ंत और भी रोचक होगी।
यह विवाद एशिया कप को न केवल खेल का मैदान बना रहा है, बल्कि कूटनीतिक तनाव का केंद्र भी। क्रिकेट प्रेमी इस मुकाबले पर नजरें टिकाए हुए हैं, लेकिन राजनीतिक पृष्ठभूमि इसे और जटिल बना रही है।