भारत का चीन को जवाब, सैटेलाइट ट्रैकिंग सेंटर से रखेगा ड्रैगन पर नजर

Wednesday, Jan 02, 2019 - 01:43 PM (IST)

नेशनल डेस्कः चीन ने भारत की सैटेलाइटों पर निगरानी रखने के लिए बॉर्डर के काफी करीब तिब्बत में एक सेंटर बनाया है। वहीं चीन को जवाब देते हुए भारत भी अब अपने पड़ोसी देश भूटान में ऐसा ही सेंटर खोलने जा रहा है। इस सेंटर के जरिए भारत भी चीन की सैटलाइटों पर नजर रखेगा। भूटान में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) का ग्राउंड स्टेशन स्ट्रैटिजिक असेट भारत की ताकत को दोगुना और बढ़ा देगा। इस सेंटर की लोक्शन भारत और चीन के बीच होगी।

नियंत्रण रेखा 125 Km दूर चीन का स्टेशन
चीन ने भारत के साथ लगती सीमा यानि कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से 125 किमी की दूरी पर तिब्बत के नगारी में आधुनिक सैटलाइट ट्रैकिंग सेंटर और खगोलीय वेधशाला स्थापित किया हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक चीन की सैटलाइट इनती अडवांस्ड है कि यह भारतीय सैटलाइटों को ट्रैक करने के साथ ही उन्हें 'ब्लाइंड' (जिससे कुछ दिखाई न दे) कर सकती है।

वहीं भारत भी इसका जवाब देने को तैयार है। भूटान में इसरो के ग्राउंड स्टेशन से न सिर्फ हिमालयी देश को साउथ एशिया सैटेलाइट का फायदा होगा बल्कि चीन पर भी भारत की नजर रहेगा। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि जल्द ही भूटान में इसरो के ग्राउंड स्टेशन का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने भूटान के नए पीएम से मुलाकात के बाद कहा था कि स्पेस साइंस भारत के साथ ही भूटान के लिए भी सहयोगी होगा। मोदी ने कहा कि इस सेंटर से भूटान को मौसम की जानकारी, टेलि-मेडिसिन और आपदा राहत से जुड़ी तमाम जानकारियां भी मिलेंगी।

Seema Sharma

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