भारत में अमीरों की संख्या में हो रही जबरदस्त बढ़ोतरी, इस शहर में रहते है सबसे ज्यादा करोड़पति
punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 05:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत में अमीरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और हाल के वर्षों में करोड़पति परिवारों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। मर्सिडीज-बेंज हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2025 के अनुसार, 2021 से 2025 तक भारत में 8.5 करोड़ रुपये या उससे अधिक संपत्ति वाले परिवारों की संख्या 4.58 लाख से बढ़कर 8.71 लाख हो गई है, जो करीब 90% की वृद्धि दर्शाती है। यह आंकड़ा भारत के आर्थिक विकास और समृद्धि की गति को रेखांकित करता है।
शेयर बाजार और नए व्यवसायों ने दी रफ्तार
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में करोड़पति परिवारों का प्रतिशत 2021 में 0.17% से बढ़कर 2025 में 0.31% हो गया है। 2017 से 2025 के बीच संपत्ति वाले परिवारों की संख्या में 445% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस तेजी का श्रेय शेयर बाजार में लाभ, नए व्यवसायों के विकास, और राज्यों की आर्थिक प्रगति को दिया जा रहा है। शेयर बाजार में निवेश और स्टार्टअप इकोसिस्टम ने भारत के मध्यम वर्ग और उच्च आय वर्ग को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुंबई सबसे आगे
राज्यों के मामले में महाराष्ट्र करोड़पतियों की संख्या में शीर्ष पर है, जहां 1.78 लाख से अधिक परिवारों की संपत्ति 8.5 करोड़ रुपये या उससे अधिक है। मुंबई ने भारत की 'करोड़पति राजधानी' का खिताब हासिल कर लिया है, जहां 1.42 लाख करोड़पति परिवार रहते हैं। दिल्ली 79,800 करोड़पति परिवारों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि तमिलनाडु 72,600 करोड़पति परिवारों के साथ तीसरे स्थान पर है।
उभरते आर्थिक केंद्र
बेंगलुरु में भी करोड़पतियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जहां अब 31,600 करोड़पति परिवार हैं। इसके अलावा, अहमदाबाद, पुणे, हैदराबाद, और गुरुग्राम जैसे शहर भी आर्थिक समृद्धि के नए केंद्र बन रहे हैं। इन शहरों में करोड़पति परिवारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जो भारत के शहरी विकास और आर्थिक प्रगति को दर्शाता है।
भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां
हुरुन इंडिया के संस्थापक अनस रहमान जूनैद ने कहा, "भारत में समृद्धि की गति तेजी से बढ़ रही है। हालांकि, भारत में करोड़पतियों की संख्या अभी भी चीन और अमेरिका जैसे देशों से कम है, लेकिन यह बढ़ोतरी भारत के आर्थिक विकास की बड़ी कहानी बयां करती है।" रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि अगले दस वर्षों में भारत में करोड़पति परिवारों की संख्या 17 लाख से 20 लाख के बीच पहुंच सकती है।
हालांकि, यह वृद्धि मुख्य रूप से मध्यम स्तर के करोड़पतियों में होगी। 2017 में केवल 5% करोड़पति ही 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति वाले अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ ब्रैकेट में थे, जबकि अरबपतियों की संख्या मात्र 0.01% थी।
भारत के आर्थिक विकास का संकेत
हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2025 भारत की आर्थिक प्रगति और बढ़ती समृद्धि का स्पष्ट प्रमाण है। शेयर बाजार, स्टार्टअप, और क्षेत्रीय विकास ने मिलकर देश में धन सृजन को गति दी है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस समृद्धि को समावेशी बनाने और सामाजिक-आर्थिक असमानता को कम करने के लिए नीतिगत प्रयासों की आवश्यकता होगी।