दावोस में भारत-मलेशिया के बीच नहीं होगी वार्ता! पीयूष गोयल ने दिए संकेत

Monday, Jan 20, 2020 - 11:28 AM (IST)

बिजनेस डेस्क: मलेशिया और भारत में जम्मू-कश्मीर को लेकर शुरू हुआ गतिरोध बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। मलेशिया से पाम ऑयल के आयात में कटौती के बाद अब वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दावोस में होने जा रहे 50वें विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) सम्मेलन में मलेशिया के वाणिज्य मंत्री से मुलाकात करने से इंकार कर दिया है। 

 

खबरें थी कि दावोस में होने वाली वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की मीटिंग से मलेशिया के वाणिज्य मंत्री डारेल लेइकिंग भारतीय समकक्ष पीयूष गोयल से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि वाणिज्य मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि पीयूष गायेल मलेशिया के  मंत्रियों के साथ कोई बैठक नहीं करेंगे। बता दें कि मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म करने और एनआरसी-सीएए पर भारत की कड़ी आलोचना करने के बाद भारत ने मलेशिया से पाम तेल के आयात पर लगभग पाबंदी लगा दी। 

 

दरअसल भारत में कुल खाद्य तेल का एक तिहाई हिस्सा पाम ऑयल का होता है। भारत सालाना तौर पर करीब 90 लाख टन पाम ऑयल आयात करता है।  ज्यादातर इसका आयात इंडो​नेशिया और मलेशिया से किया जाता है। मलेशिया ने भारत के इस रुख़ को लेकर चिंता जताई है लेकिन प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने एक बार फिर से कहा है कि भले उनके देश को वित्तीय नुक़सान उठाना पड़े लेकिन वो 'ग़लत चीज़ों' के ख़िलाफ़ बोलते रहेंगे। 

 

2019 में मलेशिया के पाम तेल का भारत सबसे बड़ा ख़रीदार था. 2019 में भारत ने मलेशिया से 40.4 लाख टन पाम तेल ख़रीदा था। भारतीय कारोबारियों का कहना है कि अगर दोनों देशों में रिश्ते ठीक नहीं हुए तो 2020 में मलेशिया से भारत का पाम तेल आयात 10 लाख टन से भी नीचे आ जाएगा। 

vasudha

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