इस क्षेत्र में भारत को सालाना होता है 58 अरब डॉलर का नुकसान

Wednesday, Nov 30, 2016 - 01:01 AM (IST)

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन में पाया गया है कि सड़क दुर्घटनाओं से हर साल भारत की जीडीपी को तीन फीसदी नुकसान होता है जो लगभग 58 अरब डॉलर के बराबर है। ‘यूएन इकॉनमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड द पैसेफिक’ (यूएनईएससीएपी) के अध्ययन में कहा गया है कि मूल्य के मामले में यह देश एशिया प्रशांत क्षेत्र के 19 देशों में जापान से पीछे है। 
 

यूएनईएससीएपी परिवहन नीति एवं विकास सेक्शन प्रमुख पीटर आे नील ने भारत में सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए बेहतर नीतियों और खासतौर पर दो पहिया वाहन का उपयोग करने वालों को लेकर सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए नियम लागू करने की अपील की। 

आयोग की परिवहन नीति और विकास विभाग के अध्यक्ष पीटर ओनील के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं के मामले में एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिति बेहद खराब है। सड़क दुर्घटनाओं में इस क्षेत्र के देशों में हर 40 सेंकेड में एक मौत होती है इस लिहाज से सप्ताह में 15000 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं। नील ने यूनीसेफ के सहयोग से सड़क सुरक्षा पर यहां चल रहे तीन दिवसीय सम्मेलन में यह जानकारी दी।

उन्होंने ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए देश में यातायात नियमों में सुधार और उन्हें सख्ती से लागू कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहनों से जुड़े यातायात नियमों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग की यूरोप इकाई की अध्यक्ष लुसियान इओरी ने कहा कि भारत यातायात नियमों को और सशक्त बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है क्योंकि यहां सड़क दुर्घटनाओं की संख्या ज्यादा होती है।

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