UNHRC में भारत ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खोटी, कहा- हमसे सीखे मानवाधिकारों की रक्षा करना

Tuesday, Jun 16, 2020 - 06:32 PM (IST)

नई दिल्लीः जिनेवा में चल रहे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 43वें सत्र में आज भारत ने अल्पसंख्यकों से बर्ताव और अन्य मुद्दों को लेकर पाकिस्तान को घेरा है। विदेश मंत्रालय के प्रथम सचिव विमर्श आर्यन ने कहा कि हम पाकिस्तान में नाबालिगों पर अत्याचार, धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, छेड़छाड़ के मामले देख रहे हैं।

आर्यन ने कहा कि पाकिस्तान को भारत से सीखने की जरूरत है कि अपने यहां अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। साथ ही उन्हें हमारे साथ एक अच्छे पड़ोसी की तरह पेश आना चाहिए ताकि दक्षिण-एशियाई क्षेत्र को शाश्वत शांति मिले। अशांति के लिए आगे पाकिस्तान ही जिम्मेदार होगा।

आर्यन ने यूएनएचआरसी में कहा कि मैं एक बार फिर से वियना घोषणापत्र और कार्यक्रम (VDPA) को लागू करने के लिए पाकिस्तान को अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षा को समाप्त करने के लिए कहूंगा, जो सभी मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मानवाधिकारों का प्रवर्तक बनने का नाटक बंद करे।

पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को पहले विएना घोषणा भाग-1 के पैरा 17 और आतंकवाद पर कार्रवाई के कार्यक्रम को ठीक से समझेने की जरूरत है। अधिकांश मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता, आतंकवादी पाकिस्तान की नाक के नीचे ही रहते हैं। वह किसी को अनचाही सलाह देने से पहले अपने देश में होने वाले मानवाधिकार हनन पर गौर करे।

Yaspal

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